Tuesday, November 18, 2025
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हैदराबाद: वाईएसआर स्मृति पुरस्कार 2025 समारोह में भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि, प्राकृतिक खेती के लिए सम्मानित हुए विशेषज्ञ

हैदराबाद, रजनीकांत चौधरी (वेब वार्ता)। हैदराबाद में संयुक्त आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित वाईएसआर स्मृति पुरस्कार 2025 समारोह में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस कार्यक्रम में प्राकृतिक और जैविक खेती में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. सुभाष पालेकर, डॉ. सी. सुधा, और डॉ. नागेश्वर राव को वाईएसआर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री श्री ए. रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री श्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) अध्यक्ष श्री महेश कुमार गौड़ सहित कई प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इसके अलावा, केवीपी रामचंद्र राव, जो स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के करीबी सहयोगी रहे हैं, और आईटी व उद्योग मंत्री डुड्डिला श्रीधर बाबू ने भी समारोह में हिस्सा लिया।

पुरस्कार विजेताओं का योगदान

  • डॉ. सुभाष पालेकर: प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में अग्रणी और पद्म श्री से सम्मानित, डॉ. पालेकर ने रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए जीरो बजट प्राकृतिक खेती (ZBNF) को लोकप्रिय बनाया। उनकी तकनीकों ने लाखों किसानों को लाभ पहुंचाया है।

  • डॉ. सी. सुधा: जैविक खेती के क्षेत्र में उनके शोध और नवाचारों ने किसानों को पर्यावरण-अनुकूल और लागत-प्रभावी खेती के तरीके अपनाने में मदद की है।

  • डॉ. नागेश्वर राव: बागवानी और टिकाऊ कृषि में उनके योगदान ने विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए नए अवसर खोले हैं।

इन पुरस्कार विजेताओं को उनके योगदान के लिए 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया, जो स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के करीबी सहयोगी केवीपी रामचंद्र राव के पोते-पोतियों द्वारा प्रायोजित किया गया।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का संबोधन

तेलंगाना के मुख्यमंत्री श्री ए. रेवंत रेड्डी ने समारोह में स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी सरकार उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने प्राणहिता-चेवेल्ला सुजला श्रवंती परियोजना और श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) परियोजनाओं को पूरा करने की बात कही, जो नलगोंडा और रंगारेड्डी जैसे सूखाग्रस्त क्षेत्रों में सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा, “हम डॉ. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुफ्त बिजली, किसान ऋण माफी, और आरोग्यश्री को और मजबूत करेंगे।”

रेवंत रेड्डी ने डॉ. सुभाष पालेकर की प्राकृतिक खेती की तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाने का निर्देश उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और मंत्री श्रीधर बाबू को दिया, ताकि रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम हो और किसानों की लागत घटे।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा का संदेश

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जो स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के करीबी सहयोगी रहे हैं, ने उनके किसान-केंद्रित शासन की सराहना की। उन्होंने कहा, “वाई. एस. राजशेखर रेड्डी ने हमेशा किसानों और गरीबों के कल्याण को प्राथमिकता दी। उनकी विरासत को जीवित रखने के लिए यह पुरस्कार समारोह एक महत्वपूर्ण कदम है।” हुड्डा ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए तेलंगाना सरकार की पहल की भी प्रशंसा की।

उपमुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की टिप्पणी

उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी को “किसानों का मसीहा” करार देते हुए कहा कि उनके द्वारा शुरू की गई मुफ्त बिजली योजना आज भी उनकी दूरदर्शिता का प्रतीक है। उन्होंने रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में तेलंगाना सरकार द्वारा लागू की जा रही किसान ऋण माफी और आरोग्यश्री योजना की वृद्धि (5 लाख से 10 लाख रुपये तक) की सराहना की।

TPCC अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वाई. एस. राजशेखर रेड्डी का सपना था कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने कहा, “हम सभी कांग्रेस कार्यकर्ता उनके इस सपने को पूरा करने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।”

वाई. एस. राजशेखर रेड्डी की विरासत

स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी (8 जुलाई 1949 – 2 सितंबर 2009) संयुक्त आंध्र प्रदेश के 14वें मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने 2004 से 2009 तक शासन किया। उनके कार्यकाल में मुफ्त बिजली, आरोग्यश्री स्वास्थ्य योजना, किसान ऋण माफी, और इंदिरम्मा आवास योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं ने लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाया। उनकी पदयात्रा (2003 में 1500 किमी की यात्रा) ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया। उनकी मृत्यु 2 सितंबर 2009 को नल्लमाला जंगल में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी।

निष्कर्ष

वाईएसआर स्मृति पुरस्कार 2025 समारोह न केवल स्व. वाई. एस. राजशेखर रेड्डी की विरासत को सम्मान देने का एक प्रयास था, बल्कि यह प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ. सुभाष पालेकर, डॉ. सी. सुधा, और डॉ. नागेश्वर राव जैसे विशेषज्ञों का सम्मान इस बात का प्रतीक है कि तेलंगाना सरकार टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल खेती को प्राथमिकता दे रही है। इस अवसर पर उपस्थित नेताओं ने वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के सपनों को साकार करने और किसानों के कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

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