हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। हरदोई के स्वामी विवेकानंद सभागार, कलेक्ट्रेट में शिक्षक दिवस 2025 के अवसर पर जनपदीय समारोह का आयोजन बड़े ही भव्य और उत्साहपूर्ण ढंग से किया गया। इस समारोह में जिलाधिकारी अनुनय झा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा विशिष्ट अतिथि थीं। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की वंदना के साथ हुई, जिसने समारोह को एक आध्यात्मिक और गरिमामय शुरुआत प्रदान की। इस अवसर पर जनपद के 100 उत्कृष्ट शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, और अनुदेशकों को प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह, डायरी, और पेन देकर सम्मानित किया गया।
समारोह का शुभारंभ और स्वागत उद्बोधन
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने समारोह में सभी उपस्थित शिक्षकों का हार्दिक स्वागत किया और शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में शिक्षकों के शिक्षा के क्षेत्र में योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “शिक्षक समाज के निर्माता हैं, जो बच्चों के भविष्य को संवारते हैं।” उनके इस संबोधन ने उपस्थित शिक्षकों में उत्साह का संचार किया।
जिलाधिकारी और सीडीओ के विचार
जिलाधिकारी अनुनय झा ने अपने संबोधन में शिक्षकों से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि बच्चों में नैतिकता, अनुशासन, और रचनात्मकता का विकास भी करते हैं।” वहीं, मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “शिक्षक देश की नींव हैं। उनके बिना एक सशक्त और शिक्षित समाज की कल्पना असंभव है।” उनके इस कथन ने शिक्षकों के योगदान को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया।
सम्मान समारोह: 100 शिक्षकों का अभिनंदन
इस समारोह में 100 उत्कृष्ट शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, और अनुदेशकों को उनके शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। प्रत्येक शिक्षक को प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह, डायरी, और पेन प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, ऑपरेशन कायाकल्प के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले 5 ग्राम प्रधानों और बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने वाले 5 अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया। यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
शिक्षकों और अभिभावकों के विचार
समारोह में शिक्षिका मंजू वर्मा, ग्राम प्रधान चन्द्र शेखर आज़ाद, और अभिभावक विपिन कुमार ने अपने विचार साझा किए। मंजू वर्मा ने कहा, “शिक्षक का कार्य केवल पढ़ाना नहीं, बल्कि बच्चों को एक बेहतर इंसान बनाना है।” वहीं, चन्द्र शेखर आज़ाद ने ग्राम स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा देने में सामुदायिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। विपिन कुमार ने बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए अभिभावकों की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला। इन विचारों ने समारोह को और अधिक प्रेरणादायी बना दिया।
आभार और समापन
प्राचार्य डायट योगेन्द्र सिंह ने समारोह के अंत में आभार व्यक्त करते हुए सभी शिक्षकों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा, “शिक्षक समाज का वह दीपक हैं, जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देते हैं।” समारोह का संचालन आशीष कुमार मिश्र ने कुशलतापूर्वक किया, जिसने कार्यक्रम को व्यवस्थित और प्रभावी बनाया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में जिला समन्वयक प्रशिक्षण दिलीप कुमार शुक्ल, अभय सिंह, दिव्या सिंह, आशीष राज, अनिल कुमार, विवेक मिश्र, और जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इसके साथ ही भारी संख्या में शिक्षक और शिक्षा से जुड़े लोग इस समारोह में शामिल हुए, जिसने इस आयोजन को और अधिक भव्य बनाया।
निष्कर्ष
हरदोई में आयोजित यह शिक्षक दिवस समारोह न केवल शिक्षकों के सम्मान का प्रतीक रहा, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक सहभागिता और समर्पण को भी रेखांकित किया। जिलाधिकारी अनुनय झा और सीडीओ सान्या छाबड़ा के नेतृत्व में यह आयोजन शिक्षकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना। यह समारोह शिक्षक दिवस के महत्व को दर्शाता है, जो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है।