Tuesday, November 18, 2025
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सोनीपत: 37 घंटे सूर्य नमस्कार कर संदीप आर्य ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, पोलैंड के वैज्ञानिक करेंगे रिसर्च

सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। हरियाणा के सोनीपत के निवासी संदीप आर्य ने 37 घंटे तक लगातार सूर्य नमस्कार करके छठा विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिसने भारत और विश्व को हैरान कर दिया। इस असाधारण उपलब्धि ने पोलैंड के वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है, जो अब संदीप की इस उपलब्धि पर शोध करने के लिए भारत आ रहे हैं। डॉ. क्रिज़्सटॉफ़ स्टेक, पोलैंड के प्रसिद्ध योग शोधकर्ता, संदीप की दिनचर्या, डाइट और सूर्य नमस्कार के अभ्यास का अध्ययन करने के लिए 1 सितंबर से 4 सितंबर तक सोनीपत के सेक्टर-23 में रहेंगे। इसके बाद, वे 18 से 28 सितंबर तक बेंगलुरु में संदीप पर गहन शोध करेंगे।

संदीप आर्य की ऐतिहासिक उपलब्धि

संदीप आर्य ने गुजरात के मोढेरा में आयोजित सूर्य नमस्कार चैंपियनशिप में 37 घंटे तक लगातार 20,000 सूर्य नमस्कार करके विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। यह उनकी छठी विश्व रिकॉर्ड उपलब्धि है, जिसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, और अमेरिका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है। इस रिकॉर्ड की तैयारी के लिए संदीप ने 6 से 8 घंटे रोजाना अभ्यास किया और एक सप्ताह तक केवल जूस पर निर्भर रहे, जिससे उनका 15 किलोग्राम वजन कम हुआ।

संदीप ने कहा,

“मेरा सपना था कि सूर्य नमस्कार के माध्यम से अपने गांव, माता-पिता और देश का नाम विश्व में रोशन करूं। यह उपलब्धि मेरे लिए गर्व का क्षण है।”

इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, योग गुरु बाबा रामदेव, और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित कई हस्तियों ने उन्हें बधाई दी है। दुनिया भर से संदीप को शुभकामनाएं मिल रही हैं।

पोलैंड के वैज्ञानिकों का शोध

पोलैंड के जान डलुगोज़ विश्वविद्यालय से हैबिलिटेशन (डी.लिट.) की डिग्री प्राप्त डॉ. क्रिज़्सटॉफ़ स्टेक संदीप की इस उपलब्धि से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे अपनी पुस्तक “सूर्यनमस्कार के प्रभाव” के लिए प्रेरणा मानते हुए शोध करने का निर्णय लिया। डॉ. स्टेक ने 30 से अधिक बार भारत का दौरा किया है और 10 वर्षों से अधिक समय यहां बिताया है। वे 70 से अधिक वैज्ञानिक शोधपत्र और योग पर तीन पुस्तकें—“सूर्यनमस्कार-सूर्य नमस्कार”, “सूर्यनमस्कार के प्रभाव”, और “योग की स्वास्थ्यवर्धक-सह-चिकित्सीय तकनीकें”—लिख चुके हैं।

डॉ. स्टेक ने कहा,

“37 घंटे तक लगातार सूर्य नमस्कार करना मानव शरीर और मन की असाधारण क्षमता का प्रमाण है। हम संदीप की डाइट, दिनचर्या और अभ्यास की तकनीकों का अध्ययन करेंगे ताकि योग के वैज्ञानिक लाभों को विश्व स्तर पर प्रचारित किया जा सके।”

वे सोनीपत में संदीप के साथ समय बिताकर उनकी दिनचर्या, डाइट, और सूर्य नमस्कार की तकनीक का अवलोकन करेंगे। इसके बाद बेंगलुरु में इस शोध को और विस्तृत किया जाएगा।

संदीप का योग के प्रति समर्पण

संदीप ने 2010 में योग गुरु बाबा रामदेव के मंच से सूर्य नमस्कार शुरू किया और पिछले 15 वर्षों में अपने कौशल को निखारा। उन्होंने अब तक 6 विश्व रिकॉर्ड बनाए, जिनमें 5,000 और 15,000 सूर्य नमस्कार शामिल हैं। संदीप ने देशभर के 10,000 से अधिक शिक्षण संस्थानों में सूर्य नमस्कार के प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किए, जिससे युवाओं को योग और खेलों से जोड़ने का प्रयास किया है।

योग की वैश्विक ताकत

संदीप की इस उपलब्धि ने योग की ताकत को वैश्विक मंच पर रेखांकित किया है। उनकी मेहनत और अनुशासन ने पोलैंड के वैज्ञानिकों को यह समझने के लिए प्रेरित किया कि सूर्य नमस्कार मानव शरीर और मन को कैसे सशक्त बनाता है। यह शोध योग के वैज्ञानिक और स्वास्थ्यवर्धक पहलुओं को विश्व स्तर पर प्रचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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