सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में मंगलवार को विधायक निखिल मदान ने शहर वासियों की बड़ी समस्या को उठाते हुए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले प्रदेश सरकार ने सोनीपत की कई कॉलोनियों को वैध घोषित किया था, जिनमें कलावती विहार, मोहन नगर, मयूर विहार, जीवन विहार एक्सटेंशन, फौजी कॉलोनी शामिल थीं।
हालांकि, विधायक के अनुसार इन कॉलोनियों के कई हिस्से अब भी नगर निगम रिकॉर्ड में अवैध दिखाए जाते हैं, जिसके कारण विकास कार्य रुक जाते हैं और लोगों को बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता।
रजिस्ट्री और इंतकाल की जटिलता पर चिंता
विधायक मदान ने सदन में कहा कि HARIS सॉफ्टवेयर पर रजिस्ट्रियां ऑनलाइन होती हैं। लेकिन जिन भू-स्वामियों का इंतकाल मंजूर नहीं हुआ, वे अपनी संपत्ति बेचने में असमर्थ हैं।
“लोग बीमारी या शादी जैसी जरूरतों के लिए अपनी जमीन बेचना चाहते हैं, लेकिन इंतकाल की कमी के कारण रजिस्ट्री प्रक्रिया अधूरी रह जाती है। शहरी क्षेत्रों में यह समस्या और बढ़ जाती है, क्योंकि यहां एक रजिस्ट्री के बाद दूसरी की चैन बन जाती है।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई कॉलोनियां जैसे बैय्यापुर, कालुपुर, रामनगर, विकास नगर, आदर्श नगर, पट्टी-जाटान, पट्टी-मुस्लमान, कच्चे क्वार्टर, जीवन नगर, तारा नगर, नंदवानी नगर, गढ़ी घसीटा, आनंद नगर और गढ़ी ब्रह्मणान आज भी इंतकाल प्रक्रिया से वंचित हैं।
समाधान की मांग
मदान ने कहा कि यह समस्या उन लोगों के लिए और बड़ी हो जाती है जिनकी जमीनें भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय सरकारी आवंटन के तहत मिली थीं। ऐसे लोग वर्षों से पटवारियों के चक्कर काट रहे हैं और अनिश्चितता में जी रहे हैं।
“इन लंबित इंतकालों को एक विशेष अभियान के तहत मंजूर कराया जाए और सभी कॉलोनियों को पूरी तरह वैध घोषित किया जाए, ताकि नगर निगम द्वारा विकास कार्य हो सकें और लोगों को राहत मिल सके।”