नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी केवल “सुर्खियां बटोरने” के लिए “बेतुकी और निराधार बयानबाजी” करते हैं, जिसका न तो कोई ठोस आधार है और न ही कोई सकारात्मक राजनीतिक परिणाम निकलने वाला है।
रिजिजू का मुख्य आरोप- ‘सुर्खियों के लिए बकवास’
एक इंटरव्यू में रिजिजू ने कहा, “राहुल गांधी सुर्खियां बटोरने के लिए बेतुकी बातें करते हैं, लेकिन इससे वोट बैंक नहीं बनेगा। जिस तरह से वे देशविरोधी काम करते हैं और लोकतंत्र पर हमला करते हैं, ऐसे में देश के लोग कभी भी कांग्रेस को सत्ता में नहीं लाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी के बयानों से उनकी अपनी पार्टी के सांसद भी “असहज” महसूस करते हैं, क्योंकि उन्हें डर रहता है कि इन बयानों का “खामियाजा” पार्टी को भुगतना पड़ेगा।
‘जॉर्ज सोरोस और खालिस्तानी ताकतों के साथ समन्वय’ का गंभीर आरोप
रिजिजू ने राहुल गांधी पर एक बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे “भारत-विरोधी ताकतों” के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
“राहुल गांधी बहुत खतरनाक रास्ते पर जा रहे हैं। जॉर्ज सोरोस ने भारत सरकार को अस्थिर करने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर रखे हैं। कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन में बैठी खालिस्तानी ताकतें और कुछ वामपंथी संगठन भारत के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। राहुल गांधी और कांग्रेस उनके साथ समन्वय में काम कर रहे हैं और देश को कमजोर कर रहे हैं।”
संसद में व्यवधान और संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का आरोप
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर संसद का काम बाधित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्ष चर्चा में कोई रुचि नहीं रखता और केवल “हंगामा” करना चाहता है।
रिजिजू ने दावा किया, “मेरा गला भी बैठ गया, उन्हें (विपक्ष) चिल्ला-चिल्लाकर कहने से कि बहस होने दीजिए… अगर संसद नहीं चलेगी, तो नुकसान विपक्ष का होगा।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनाव हारने के बाद “संवैधानिक संस्थाओं” जैसे न्यायपालिका और चुनाव आयोग को बदनाम करने का काम करती है ताकि जनता का भरोसा कमजोर हो।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार का जिक्र
रिजिजू ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की पिछली टिप्पणियों पर फटकार लगाने का उदाहरण देते हुए कहा,
“सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें (राहुल) डांटा था जब उन्होंने प्रधानमंत्री को ‘चोर’ कहा, राफेल के बारे में बकवास की और दावा किया कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्हें एक भारतीय की तरह बोलना चाहिए।”
‘जनता ठोस काम चाहती है, बयानबाजी नहीं’
अपने बयान के अंत में केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत की जनता अब केवल “राजनीति से प्रेरित बयानबाजी” नहीं, बल्कि “ठोस काम” चाहती है। उन्होंने दोहराया कि राहुल गांधी की रणनीति से न तो उनका वोट बैंक बनेगा और न ही जनता उन्हें गंभीरता से लेगी। यह बयान संसद के मानसून सत्र के दौरान हुए हंगामे और विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को पद से हटाने वाले विधेयक का विरोध करने के बाद आया है।