कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में कलेक्ट्रेट सभागार में अगस्त माह के किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप कृषि निदेशक अतिन्द्र सिंह ने की। बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों की समस्याओं का समाधान करना और कृषि संबंधी योजनाओं की जानकारी देना था।
पिछली शिकायतों का निस्तारण
कार्यक्रम में पिछले किसान दिवस में प्राप्त 13 शिकायतों की समीक्षा की गई। उप कृषि निदेशक ने बताया कि इन शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है, जिससे शिकायतकर्ता किसान संतुष्ट नजर आए। किसानों ने अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
धान के बीज में समयपूर्व बाली निकलने की शिकायत
किसानों ने शिकायत की कि धान के बीज BPT-5204 में समय से पहले बाली निकल रही है। इस पर उप कृषि निदेशक ने बताया कि कुल 213 क्विंटल बीज 1222 किसानों को वितरित हुआ था, जिसमें से 123 किसानों ने शिकायत दर्ज कराई है। उनके खेतों का निरीक्षण किया जा चुका है और रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है।
यूरिया वितरण में धांधली का मामला
भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोहर गुप्ता ने शिकायत की कि ग्राम समा अमवा बाजार की सहकारी समिति में यूरिया खाद के वितरण में धांधली व कालाबाजारी हो रही है। इस पर जिला कृषि अधिकारी ने आश्वासन दिया कि जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पपीते की फसल नष्ट होने की शिकायत
किसान राजेश कुशवाहा ने बताया कि उन्होंने 800 पपीते के पौधे लगाए थे, जिन्हें आवारा पशुओं और नीलगाय ने नष्ट कर दिया। इस पर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने कहा कि मामले को उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा।
कृषि विद्युत कनेक्शन में देरी
किसान गिरीश राय ने शिकायत की कि उन्होंने कृषि विद्युत कनेक्शन के लिए भुगतान कर दिया, लेकिन अब तक कनेक्शन नहीं मिला। अधिशासी अभियंता विद्युत ने बताया कि 10 और 16 KVA के ट्रांसफॉर्मर स्टॉक में उपलब्ध नहीं हैं, जैसे ही उपलब्ध होंगे, कनेक्शन दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर विशेष जोर
उप कृषि निदेशक अतिन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में लगभग 50,000 किसानों का e-KYC अपडेट नहीं हुआ है। उन्होंने किसानों से तत्काल e-KYC कराने की अपील की। जिन किसानों को भुगतान नहीं मिल रहा, उन्हें NPCI लिंकिंग या इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में नया खाता खोलने की सलाह दी गई।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में जिला कृषि अधिकारी डॉ. मेनका सिंह, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी रविंद्र प्रसाद, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला खनन अधिकारी, सिंचाई विभाग, जल निगम, फसल बीमा समन्वयक, दुग्ध विकास अधिकारी, विद्युत विभाग के अभियंता और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
बैठक के अंत में उप कृषि निदेशक ने किसानों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बैठक समाप्ति की घोषणा की।