नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग पर बेहद गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में भाजपा के पक्ष में सुनियोजित ढंग से मतदाता सूची में गड़बड़ी कर चुनाव परिणामों को प्रभावित किया गया है। राहुल गांधी ने इसे “वोट चोरी” की साजिश करार देते हुए कहा कि उनके पास इसके पुख्ता सबूत हैं जो “एटम बम” की तरह हैं।
📊 कर्नाटक में “वोट चोरी” का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी टीम ने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का महीनों तक विश्लेषण किया। उन्होंने दावा किया कि यहां 1,00,250 वोटों की चोरी की गई।
उनके मुताबिक:
एक ही पते पर दर्जनों वोटर दर्ज हैं।
कई नाम एक जैसे हैं लेकिन फोटो अलग-अलग।
डुप्लीकेट और अवैध पते वाले मतदाता सूची में शामिल किए गए।
फॉर्म 6 का दुरुपयोग कर फर्जी नाम जोड़े गए।
उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया का लाभ केवल भाजपा को मिला, क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र में उसे भारी जीत मिली जबकि बाकी 6 में हार।
🗂️ चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी का आरोप है कि चुनाव आयोग:
मशीन से पढ़े जाने योग्य (Machine-readable) मतदाता सूची देने से इनकार कर रहा है।
सीसीटीवी फुटेज नष्ट करने की बात कह रहा है।
भाजपा के साथ मिलकर मतदाता सूची में हेराफेरी कर रहा है।
उन्होंने कहा, “पहले हमें कोई ठोस सबूत नहीं मिल पा रहे थे, लेकिन अब हमारे पास ऐसा प्रमाण है, जिससे चुनाव आयोग को बचना नामुमकिन होगा।”
🧾 महाराष्ट्र और हरियाणा का संदिग्ध डेटा
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 40 लाख संदिग्ध वोटर जोड़ दिए गए। उन्होंने कहा:
“लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच महज़ पांच महीनों में एक करोड़ नए मतदाता सूची में जुड़ गए। यह आंकड़ा 5 साल में भी नहीं जुड़ता। यह संदेह की सबसे बड़ी वजह है।”
उनका आरोप था कि शाम 5:30 बजे के बाद अचानक भारी मतदान दिखाया गया, लेकिन ज़मीनी हकीकत इसके विपरीत थी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी एग्जिट पोल और आंतरिक सर्वेक्षण कुछ और बता रहे थे लेकिन चुनाव नतीजे बिल्कुल उलटे आए, जिससे मतदाताओं और विश्लेषकों में संदेह पैदा हुआ है।
⚖️ “एक व्यक्ति, एक वोट” पर संकट?
राहुल गांधी ने कहा,
“हमारे संविधान का आधार ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ है, लेकिन हाल के चुनाव नतीजे इस सिद्धांत पर सीधा सवाल उठा रहे हैं।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मुद्दा केवल एक पार्टी या चुनाव का नहीं, भारत के लोकतंत्र की आत्मा का प्रश्न है।
🧠 क्या है “वोट चोरी” का सबूत?
कांग्रेस द्वारा प्रस्तुत डेटा में:
डुप्लीकेट नामों की सूची
एक पते पर 50-100 मतदाताओं का विवरण
फर्जी पते और फोटो
अचानक जुड़ने वाले मतदाताओं के विश्लेषण
और ईवीएम के साथ समय-समय पर दिखने वाली अनियमितताओं का ब्यौरा शामिल है।
🗳️ चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के इन आरोपों को “आधारहीन और निंदनीय” बताया है। आयोग ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल अब आयोग और उसके कर्मचारियों को धमका रहे हैं।
हालांकि, राहुल गांधी का कहना है कि यह आरोप जनता की लोकतांत्रिक आवाज़ को दबाने की कोशिश है और वह इसे देश के सामने लाकर रहेंगे।
LIVE: Press Conference – #VoteChori | Indira Bhawan, New Delhi https://t.co/BlZwacZpto
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 7, 2025
राहुल गांधी का गंभीर आरोप: कहा – “महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया”, EVM डेटा छुपा रहा चुनाव आयोग