कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक संगठित साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने वाले पांच शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने के काले धंधे में संलिप्त था, और यह काम CSC सेंटर की आड़ में किया जा रहा था।
गहन जांच और साइबर सेल की बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के निर्देश पर रविन्द्रनगर धूस थाना और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने इस गिरोह पर नजर रखते हुए छापेमारी की। इस कार्रवाई में भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, कूट रचित सरकारी मुहरें, लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए गए।
बरामद सामान:
8 लैपटॉप (विभिन्न कंपनियों के)
6 एंड्रॉयड व मल्टीमीडिया मोबाइल फोन
10 कूट रचित सरकारी मुहरें
19 फर्जी आधार कार्ड
15 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र
₹5100 नकद (अपराध से अर्जित धन)
गिरोह का मास्टरमाइंड और कार्यशैली
इस गिरोह का सरगना मोहन कुमार गौड़ है, जो CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) की आड़ में दस्तावेज तैयार करता था। अन्य सक्रिय सदस्य—दिलीप कुमार चौधरी, रजवन्त गुप्ता, असफाक अंसारी और सोनू कुमार यादव—इसके सहयोगी थे।
गिरोह का कार्यशैली बेहद शातिराना थी। वे जन्म प्रमाण पत्रों के QR कोड स्कैन कर डेटा हैक करते और फिर उसमें हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज तैयार करते। इसके बाद यह दस्तावेज व्हाट्सएप ग्रुप ‘DIGITAL BUDDY’ के माध्यम से जरूरतमंदों को पहुंचाए जाते थे। ये आरोपी फोनपे आदि ऐप्स के जरिये भुगतान प्राप्त करते थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और पते:
मोहन कुमार गौड़ पुत्र बाबू राम, निवासी रोवारी, थाना रामकोला
दिलीप कुमार चौधरी पुत्र नरेन्द्र प्रसाद, निवासी ग्राम बसडिला, थाना नेबुआ नौरंगिया
रजवन्त गुप्ता पुत्र श्री नथुनी गुप्ता, निवासी पटखौली, थाना नेबुआ नौरंगिया
असफाक अंसारी पुत्र नुरुद्दीन अंसारी, निवासी सौरहा बुजुर्ग, थाना नेबुआ नौरंगिया
सोनू कुमार यादव पुत्र राजेन्द्र यादव, निवासी चखनी भोज छपरा, थाना नेबुआ नौरंगिया
पुलिस ने सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया है और मामले में संबंधित धाराओं के अंतर्गत आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।