सोनीपत, (राजेश आहूजा)। हरियाणा के सोनीपत जिले में नौकरी का झांसा देकर युवक को विदेश भेजने और फिर उसे बंधक बनाकर परिजनों से पैसे मांगने की सनसनीखेज घटना में पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह भोले-भाले युवकों को विदेश में अच्छे रोजगार का सपना दिखाकर उन्हें ट्रैफिकिंग और जबरन मजदूरी में धकेल रहा था।
थाना मुरथल पुलिस ने हिसार जिले के सोरखी गांव निवासी रवि पुत्र राजवीर को इस मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय के आदेश पर 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उससे गिरोह से जुड़े अन्य पहलुओं की जानकारी ली जा रही है।
सीताराम को झांसे में लेकर भेजा कंबोडिया, व्हाट्सएप कॉल पर बताया बंधक होने की बात
थाना मुरथल में दर्ज शिकायत के अनुसार, गांव रेवली (सोनीपत) निवासी धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसका भाई सीताराम 26 फरवरी को नौकरी के झांसे में आकर दिल्ली से बैंकॉक होते हुए कंबोडिया गया था। यह पूरा मामला मंजीत उर्फ मोटा निवासी फाजिलपुर द्वारा एजेंट सुशील से संपर्क करवाने से शुरू हुआ।
शिकायतकर्ता धर्मेंद्र के अनुसार, सुशील, विकास, मोनू उर्फ जेपी और मंजीत नामक लोगों के गिरोह ने सीताराम को झूठे वादे कर विदेश भेजा और वहां पहुंचने के बाद बंधक बना लिया।
बाद में व्हाट्सएप कॉल के ज़रिए सीताराम ने अपने परिजनों को बताया कि उसे एक कंपनी में जबरन काम कराया जा रहा है और हर दिन मारपीट की जाती है।
तीन गिरफ्तार, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना मुरथल पुलिस की अनुसंधान टीम ने तत्काल कार्रवाई की। उप निरीक्षक तेजप्रकाश की अगुवाई में पहले ही सुशील और विकास को प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था।
अब पुलिस ने तीसरे आरोपी रवि को भी हिरासत में लेकर गिरोह की नेटवर्किंग, विदेशी रूट, एजेंटों की कड़ी, और फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का नेटवर्क हरियाणा, दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में फैला हो सकता है, और यह संभव है कि इनके जरिए कई और युवकों को फंसाया गया हो।
मानव तस्करी और फिरौती जैसे अपराधों पर पुलिस की कड़ी निगरानी
इस मामले ने एक बार फिर उजागर किया है कि झूठे वीज़ा और विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर किस तरह से निर्दोष युवाओं का जीवन बर्बाद किया जा रहा है।
सोनीपत पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया जाएगा।