तेल अवीव, (वेब वार्ता)। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर पूर्ण सैन्य कब्जा करने की संभावनाओं को बल देते हुए एक नई रणनीति की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। पिछले 22 महीनों से जारी युद्ध के बीच नेतन्याहू ने इजरायल के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर “गाजा पर पूर्ण नियंत्रण” की योजना पर गंभीरता से चर्चा की है।
🔶 गाजा युद्ध और कब्जे की दिशा में बढ़ता इजरायल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेतन्याहू अब इस बात के पक्षधर हैं कि इजरायली सेना गाजा पट्टी पर स्थायी रूप से सैन्य नियंत्रण स्थापित करे। यह कदम 2005 में गाजा से पीछे हटने के ऐतिहासिक फैसले को उलट सकता है। बैठक में सेना प्रमुख इयाल जमीर ने गाजा में सैन्य अभियान जारी रखने के कई विकल्प प्रस्तुत किए। बैठक में रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज और रणनीतिक मामलों के मंत्री रान डर्मर भी शामिल हुए।
🔴 गाजा में मानवीय त्रासदी
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, बीते 24 घंटों में 8 लोग भूख या कुपोषण से और 79 लोग इजरायली गोलीबारी में मारे गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्धविराम की मांग लगातार बढ़ रही है लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिल पाई है।
🔎 क्या होगा कब्जे का उद्देश्य?
विशेषज्ञों के अनुसार यह स्पष्ट नहीं है कि नेतन्याहू का लक्ष्य एक स्थायी कब्जा करना है या फिर यह सिर्फ एक अल्पकालिक अभियान है जो हमास को समाप्त करने और इजरायली बंधकों को छुड़ाने के लिए किया जा रहा है।
दक्षिणपंथी पार्टियां इस पूरे घटनाक्रम को 2005 की गलती को सुधारने का प्रयास मान रही हैं, जब इजरायल ने गाजा से वापसी की थी और बाद में हमास ने वहां सत्ता हासिल की थी।
🧭 क्या यह रणनीति बदलाव का संकेत है?
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि यह केवल एक सीमित सुरक्षा चर्चा थी, लेकिन नेतन्याहू के रुख से स्पष्ट है कि अब इजरायल गाजा पर सख्त और निर्णायक नियंत्रण की ओर बढ़ रहा है।