उत्तरकाशी, 05 अगस्त (वेब वार्ता)। उत्तराखंड के हर्षिल क्षेत्र के धराली गांव में मंगलवार तड़के बादल फटने की भयावह घटना सामने आई है, जिससे पूरे इलाके में भारी तबाही मच गई है। इस आपदा में अब तक 20 से अधिक होटल और होमस्टे पूरी तरह तबाह हो चुके हैं, जबकि 10 से 12 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन, सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई हैं।
📍 घटना कैसे घटी?
हर्षिल क्षेत्र के खीरगंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में अचानक बादल फटने के कारण नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ गया और देखते ही देखते पानी का रौद्र रूप धराली गांव को अपनी चपेट में ले गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, खीरगंगा पार बसे मुखवा गांव के लोगों ने समय रहते चिल्लाकर लोगों को सचेत किया, जिससे कुछ जानें बच सकीं।
स्थानीय निवासी राजेश पंवार ने बताया कि यह बादल फटने की घटना ऊंचाई वाले इलाके में हुई, जिसके कारण अचानक नदी में पानी और मलबा भर गया, और उसने धराली गांव में जमकर तबाही मचाई।
🛑 क्या हुआ नुकसान?
20 से 25 होटल और होम स्टे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
10 से 12 लोग मलबे में दबे होने की आशंका है।
स्थानीय बाजार, सड़कें, पुल और बिजली-पानी की व्यवस्था ठप।
दहशत के कारण पर्यटक और स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे हैं।
🚨 मुख्यमंत्री धामी ने दिए सख्त निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की जानकारी मिलते ही सोशल मीडिया के माध्यम से दुख व्यक्त करते हुए लिखा—
“धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुई भारी तबाही का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन तथा सेना की टीमें युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं।”
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई और 24×7 निगरानी का निर्देश दिया है। वे वरिष्ठ अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं।
🪖 सेना और एसडीआरएफ मोर्चे पर
सेना की आईबेक्स ब्रिगेड ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का आकलन किया और बताया कि एक विशाल भूस्खलन के कारण मलबा और पानी अचानक गांव की ओर आया। सैनिक राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए हैं।
जिला अधिकारी प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल भी मौके पर रवाना हो गए हैं। SDRF और NDRF की टीमें स्थानीय लोगों की मदद से लापता लोगों की तलाश कर रही हैं।
📡 प्रशासन की चेतावनी
प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से नदी किनारे न जाने, बच्चों और वृद्धों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और झूठी अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। लगातार मॉनसून एक्टिविटी और लैंडस्लाइड की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है।
📅 मौसम विभाग की चेतावनी पहले ही जारी थी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली और पौड़ी जिलों के लिए भारी बारिश और बादल फटने की चेतावनी 4 अगस्त को ही जारी की थी। इसके बावजूद इस गंभीर घटना ने आपदा प्रबंधन की तैयारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
भारतीय सेना ग्राउंड ज़ीरो पर डटी हुई है…उत्तरकाशी में राहत और बचाव कार्य जारी।
जनसेवा और साहस का प्रतीक है हमारी सेना।
जय हिंद। 🇮🇳🙏#Uttarkashi #Dharali #Uttarakhand pic.twitter.com/yvXCgskpL0— Reetesh Maheshwari (@Reetesh777) August 5, 2025