हिसार/बरवाला, रजनीकांत चौधरी (वेब वार्ता)। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना के तहत आज हिसार जिले के गांव बिठमड़ा स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जिले के पांचवें और राज्य के 81वें बाल सलाह, परामर्श एवं कल्याण केंद्र की स्थापना की गई। इस अवसर पर मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने डिजिटल युग में बढ़ती चिंता, मानसिक दबाव और अवसाद जैसे मुद्दों पर गंभीर चिंता जताई।
समाज में मानसिक स्वास्थ्य की बढ़ती जरूरत
कार्यक्रम में आयोजित सेमिनार में “सामाजिक चिंता और शर्म पर क़ाबू पाना : सकारात्मक सोच के माध्यम से लचीलापन बनाना” विषय पर किशोर छात्राओं को संबोधित करते हुए श्री अनिल मलिक ने कहा कि आधुनिक जीवनशैली में सामाजिक भय, आत्म-अस्वीकृति और शर्म आम मानसिक चुनौतियां बन चुकी हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं और किशोरियों को यह समस्या ज्यादा प्रभावित करती है क्योंकि वे अक्सर अपनी सामाजिक छवि को लेकर चिंतित रहती हैं।
समस्या समाधान के लिए आत्म-संवाद और भावनाओं को स्वीकार करना आवश्यक
उन्होंने कहा कि सामाजिक परिस्थितियों में आत्मविश्वास विकसित करने के लिए खुद की भावना को समझना, सकारात्मक सोच विकसित करना, और सामाजिक कौशल में सुधार करना आवश्यक है। उन्होंने सकारात्मक आत्मचर्चा, धैर्यपूर्वक सुनना, सवाल पूछना, और सामूहिक कार्यक्रमों में भाग लेने जैसे उपाय सुझाए।
किशोरावस्था के संकट में परामर्श की भूमिका
परामर्शदाता नीरज कुमार ने किशोरावस्था की चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह जीवन निर्माण की घड़ी होती है। उन्होंने किशोरियों को प्रेरित किया कि वे अपनी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करें और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
प्राचार्य और परिषद सदस्यों की सराहना
विद्यालय के प्राचार्य शमशेर सिंह नैन ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि मनोविज्ञान की विधियां युवाओं की समस्याओं को सुलझाने में मददगार होती हैं, बशर्ते वे अपनी भावनाएं सही व्यक्ति के सामने व्यक्त करें। कार्यक्रम में बाल कल्याण परिषद के सुपरवाइजर धर्मबीर, आजीवन सदस्य नीरज कुमार, वीरेन्द्र धत्तरवाल, शमशेर सिंह सहित विद्यालय के शिक्षकगण उपस्थित रहे।