नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली विधानसभा में अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव को सिर्फ सैन्य अभियान नहीं, बल्कि देश के हर परिवार के सम्मान का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि ये ऑपरेशन भारत की बेटियों और देशवासियों के स्वाभिमान की रक्षा के प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री ने सदन में स्पष्ट किया कि इन अभियानों के पीछे भारत की सैन्य शक्ति, राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनमानस का विश्वास निहित है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को दृढ़ और साहसी बताते हुए कहा कि “मोदी ने एक पिता, एक भाई और एक राष्ट्र नायक की भूमिका निभाई है।”
सदन में विपक्ष की आलोचना
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि विपक्षी दलों ने कभी देशहित की परवाह नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान सेना और प्रधानमंत्री पर सवाल उठाकर देश की गरिमा को ठेस पहुंचाई।
रेखा गुप्ता ने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि 1965 और 1971 के युद्धों में भारत की जीत के बावजूद, पूर्ववर्ती सरकारों की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते भारत को मजबूरी में जमीन और युद्धबंदियों को लौटाना पड़ा।
ऐतिहासिक प्रसंग और मोदी सरकार की निर्णायकता
मुख्यमंत्री ने शिमला समझौता, पीओके, और कश्मीरी पंडितों के पलायन जैसे ऐतिहासिक मुद्दों पर तत्कालीन सरकारों की चुप्पी और निर्णयहीनता पर सवाल उठाए।
उन्होंने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक और हाल ही में हुए ऑपरेशन महादेव का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार न तो झुकती है, न रुकती है, और न ही थमती है।
विधानसभा में विवाद और निष्कासन
चर्चा के दौरान विधानसभा में तीखी बहस हुई, जहां आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा को असंसदीय भाषा प्रयोग के कारण सदन से निष्कासित किया गया। अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कार्यवाही को अनुशासन में बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया।
समापन “हर हर महादेव” के उद्घोष के साथ
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना का धन्यवाद करते हुए सावन के अंतिम सोमवार पर पूरे सदन से “हर-हर महादेव” का जयघोष कराया।