गुना, (वेब वार्ता)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को भारी वर्षा से प्रभावित गुना जिले के विभिन्न इलाकों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाया कि हर नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी, और सहायता राशि सीधे डीबीटी प्रणाली से लाभार्थियों के खातों में भेजी जाएगी।
राहत और पुनर्वास कार्यों का जायज़ा
निरीक्षण के दौरान कैंट क्षेत्र के पटेल नगर, न्यू टेकरी रोड, पवन कॉलोनी आदि इलाकों में जाकर मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को निर्देश दिया कि प्रत्येक प्रभावित परिवार का त्वरित सर्वे कर उन्हें मुआवज़ा प्रदान किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 29 जुलाई को हुई बारिश ने 32 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा और इस आपदा में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 170 लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया, जिसमें एक बुज़ुर्ग महिला भी शामिल थीं।
बहनों ने किया आत्मीय स्वागत
इस अवसर पर स्थानीय बहनों ने पुष्पवर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और रक्षाबंधन के पर्व पर राखी भी बांधी। मुख्यमंत्री ने भी बहनों को धन्यवाद देते हुए भरोसा दिलाया कि वे हर कदम पर जनता के साथ हैं।
सहयोगी संस्थाओं की भूमिका
मुख्यमंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ की 70 सदस्यीय टीम, प्रशासनिक अमला, और समाजसेवी संस्थाएं मिलकर राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। उन्होंने भोजन पैकेट वितरण, आश्रय स्थल, और आवश्यक सामग्री वितरण के प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री का बयान
“प्राकृतिक आपदा में सरकार पीड़ितों के साथ है। डीबीटी के माध्यम से सहायता राशि सीधे खातों में दी जाएगी। कोई भी पीड़ित परिवार मुआवज़े से वंचित नहीं रहेगा।”
— डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश
मीडिया वार्ता
मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वाले दिनों में वर्षा की संभावना अभी बनी हुई है, अतः प्रशासन को पूर्ण सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि सिंधिया जी निरंतर राहत कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं, जो जनप्रतिनिधियों की संवेदनशीलता का प्रमाण है।
स्वागत और उपस्थिति
गुना के हेलीपैड पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। इस अवसर पर विधायक पन्नालाल शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह सिकरवार, पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, आईजी अरविंद सक्सेना, कलेक्टर किशोर कन्याल, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।
29 जुलाई को गुना में भारी बारिश के कारण हुई बाढ़/अतिवृष्टि हमारे लिए चुनौती थी, हम निरंतर भारत सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में भी थे।
हमने 170 से अधिक गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया, बचाव एवं राहत सामिग्री, राशन के पैकेट जन-जन… pic.twitter.com/FdaoHhbLdN
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 4, 2025



