भोपाल, (वेब वार्ता)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर तीखा राजनीतिक हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सेना की वीरता की सराहना करने के बजाय पाकिस्तान और चीन की भाषा बोलते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि राहुल गांधी बार-बार संवैधानिक संस्थाओं को कटघरे में खड़ा करते हैं। वे न तो न्यायालयों का सम्मान करते हैं, न ही चुनाव आयोग या सेना जैसी संस्थाओं का। “राहुल गांधी लोकतंत्र के तीन सबसे मजबूत स्तंभ—न्यायपालिका, चुनाव आयोग और सेना—पर लगातार आक्षेप लगा रहे हैं,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने कई बार कोर्ट की अवमानना की और सुप्रीम कोर्ट से फटकार भी खाई। “इतनी बार माफी मांगने के बाद भी वे अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं,” यादव ने जोड़ा।
उन्होंने कहा कि जब भी भारतीय सेना ने आतंकवादियों और दुश्मन देशों को मुंहतोड़ जवाब दिया, राहुल गांधी ने उसकी सराहना करने के बजाय हमेशा चीन और पाकिस्तान की भाषा दोहराई। “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के नेता विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय दुश्मनों के सुर में सुर मिलाते हैं।”
मुख्यमंत्री यादव ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नेता प्रतिपक्ष के पद को गरिमा प्रदान की थी, जबकि राहुल गांधी उस गरिमा को कमजोर कर रहे हैं।
उन्होंने मालेगांव बम विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के दोषमुक्त होने का हवाला देते हुए कहा, “न्यायालय ने दूध का दूध, पानी का पानी कर दिया है। कांग्रेस का ‘भगवा आतंकवाद’ का षड्यंत्र बेनकाब हो गया। हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता।”
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को सलाह दी कि वे विपक्ष की भूमिका को संविधान के दायरे में रहकर निभाएं और अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश करें। “लोकतंत्र को कमजोर कर वे कांग्रेस को नहीं बचा सकते,” उन्होंने कहा।



