नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर (President Ferdinand R. Marcos Jr.) अपने पहले राजकीय दौरे पर भारत की राजधानी नई दिल्ली पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्हें भारत सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
यह ऐतिहासिक यात्रा भारत-फिलीपींस राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है और इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक साझेदारी को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
भारत-फिलीपींस द्विपक्षीय संबंधों में नया मोड़
राष्ट्रपति मार्कोस का यह दौरा रक्षा, व्यापार और समुद्री सहयोग के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण समझौतों का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। भारत और फिलीपींस की साझेदारी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में निरंतर बढ़ रही है।
भारत की Act East नीति के तहत फिलीपींस एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। दोनों देशों ने पहले ही ब्रह्मोस मिसाइल सौदे के जरिए रक्षा सहयोग की नई मिसाल पेश की है। इस यात्रा से उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता और संयुक्त परियोजनाओं को बल मिलेगा।
संस्कृति और संबंधों का साझा इतिहास
भारत और फिलीपींस के बीच संबंध केवल कूटनीतिक नहीं बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी गहरे हैं। तगालोग भाषा में संस्कृत के प्रभाव, अगुसान तारा मूर्ति और लैगुना कॉपरप्लेट जैसे पुरातात्विक प्रमाण इन संबंधों की गहराई को उजागर करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात
राष्ट्रपति मार्कोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भेंट करेंगे। यह दौरा 8 अगस्त तक चलेगा और संभवतः वह बेंगलुरु भी जाएंगे जहां तकनीकी और स्टार्टअप साझेदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।