भिंड/गोहद, मुकेश शर्मा (वेब वार्ता)। पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने भिंड जिले में प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए आने वाले दिनों में बड़े जनआंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जिले में पत्रकारों के खिलाफ फर्जी एफआईआर, अवैध वसूली, रेत माफिया को संरक्षण और किसानों को खाद संकट जैसे गंभीर मुद्दों पर प्रशासन मौन है।
प्रशासन पर गंभीर आरोप
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा “भिंड में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। थानों में खुलेआम रिश्वतखोरी चल रही है और पत्रकारों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।”
उन्होंने जिला कलेक्टर द्वारा एक छात्र की पिटाई को प्रशासनिक मर्यादा का घोर उल्लंघन बताया और सवाल उठाया कि “क्या प्रशासन अब छात्रों को डराने और धमकाने का जरिया बन गया है?”
किसानों की बदहाली पर चिंता
डॉ. सिंह ने जिलेभर में खाद के संकट को लेकर शासन-प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि किसान कतारों में खड़े होकर भी खाद नहीं पा रहे हैं, और अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं।
कांग्रेस की रणनीति: होगा जंगी आंदोलन
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें बड़े जनांदोलन की रणनीति बनाई गई। बैठक में उपस्थित प्रमुख नेता:
आशीष गुर्जर (ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष)
मुन्नी भटेले (वरिष्ठ कांग्रेस नेता)
बृजेंद्र यादव (पार्षद)
राहुल उपाध्याय, धर्मेंद्र भदौरिया
करणी सेना के कुलदीप परमार, खड़क सिंह राजावत सहित अनेक कार्यकर्ता
डॉ. गोविंद सिंह ने स्पष्ट कहा कि “यदि प्रशासन ने जल्द ही सुधार नहीं किया, तो कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन छेड़ेगी। अब भिंड की जनता को अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठानी होगी।”