हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। नगर की प्रमुख सड़कों में शामिल ‘बेझा रोड’ पर बारिश होते ही हालात बदतर हो जाते हैं। हल्की बरसात में ही गंदे नाले का पानी सड़क पर भर जाता है, जिससे पूरी सड़क तालाब का रूप ले लेती है। खासकर वासितनगर की ओर जाने वाला मार्ग जलभराव के चलते पूरी तरह ठप हो जाता है।
यह समस्या कोई नई नहीं है, बल्कि वर्षों से चली आ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका ने आज तक इस समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। न तो नालों की समय पर सफाई होती है और न ही जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था है। सड़क की ऊंचाई भी बेहद नीची होने के कारण पानी तुरंत भर जाता है।
शिक्षा व स्वास्थ्य दोनों प्रभावित
बेझा रोड से होकर आदर्श राष्ट्रीय इंटर कॉलेज समेत कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं रोज गुजरते हैं। बारिश में गंदे पानी और कीचड़ में फिसलकर गिरना इन बच्चों की दिनचर्या बन गई है। छात्राओं ने बताया कि “जूते-चप्पल गीले हो जाते हैं, कपड़े खराब हो जाते हैं, कई बार गिर भी चुके हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।”
व्यवसायी और राहगीर भी परेशान
स्थानीय दुकानदार राममोहन वाजपेई ने नाराज़गी जताते हुए कहा, “नगरपालिका सिर्फ दिखावा करती है, न कोई सफाई होती है, न सड़क बनती है।” वहीं अन्य नागरिकों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद न तो कोई अधिकारी स्थलीय निरीक्षण करने आया और न ही समाधान की कोशिश की गई।
जनता का फूटा गुस्सा
जलभराव की वजह से लोगों को वैकल्पिक लंबा रास्ता अपनाना पड़ता है या घंटों तक पानी उतरने का इंतजार करना होता है। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।
मांगें क्या हैं?
- गंदे नाले की तत्काल सफाई
- बेझा रोड पर जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था
- सड़क के पुनर्निर्माण को प्राथमिकता
स्कूल समय में विशेष ध्यान
शाहाबाद की यह समस्या अब केवल जलभराव की नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही की मिसाल बनती जा रही है। यदि समय रहते नगर पालिका ने जिम्मेदारी नहीं निभाई, तो यह जनता का आक्रोश प्रशासन के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है।