Monday, October 20, 2025
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़ें

जर्मनी की एथलीट लॉरा डाहलमेयर की पाकिस्तान में पर्वतारोहण के दौरान मौत

बर्लिन/इस्लामाबाद, (वेब वार्ता)। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और जर्मनी की प्रसिद्ध बायथलीट लॉरा डाहलमेयर का पाकिस्तान के काराकोरम पर्वत श्रृंखला की लैला चोटी पर पर्वतारोहण के दौरान एक भूस्खलन में फंसने से दुखद निधन हो गया। 31 वर्षीय लॉरा ने न केवल बायथलॉन खेल में विश्व कीर्तिमान बनाए, बल्कि अपने साहसी और अनुशासित व्यक्तित्व से दुनिया भर में प्रेरणा का स्रोत बनीं।

हादसा कैसे हुआ?

घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है, जब लॉरा डाहलमेयर अपने साथी पर्वतारोहियों के साथ पाकिस्तान के गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र की लैला पीक पर चढ़ाई कर रही थीं। इसी दौरान अचानक हुए भूस्खलन में वे बर्फ और चट्टानों की चपेट में आ गईं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि कम दृश्यता और खराब मौसम के कारण समय पर रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच सकी।

बचाव कार्य में देरी

गिलगित-बाल्तिस्तान सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फराक ने बताया कि मौसम खराब होने की वजह से सैन्य हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। हालांकि, मंगलवार सुबह हालात में सुधार के बाद रेस्क्यू हेलीकॉप्टर ने घटनास्थल पर पहुंचकर अभियान चलाया। उनके साथियों ने इंस्टाग्राम पर लॉरा के निधन की सूचना साझा करते हुए गहरा शोक प्रकट किया।

लॉरा का आखिरी संदेश और वसीयत

लॉरा डाहलमेयर की मैनेजमेंट टीम ने एक बयान जारी कर बताया कि लॉरा ने पहले से निर्देश दिया था कि यदि किसी पर्वतारोहण के दौरान कोई हादसा हो, तो किसी भी व्यक्ति को उसकी तलाश में जान जोखिम में नहीं डालनी चाहिए। यह उनकी साहसी और जिम्मेदार सोच को दर्शाता है।

खेल और उपलब्धियों की विरासत

लॉरा डाहलमेयर का खेल जीवन बेमिसाल रहा।

  • 2018 शीतकालीन ओलंपिक में उन्होंने स्प्रिंट और पर्स्यूट स्पर्धा में दो स्वर्ण पदक जीते।

  • 2019 में विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने पांच स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रचा।

  • इसके बाद उन्होंने खेल से संन्यास ले लिया और प्रकृति संरक्षण, पर्वतारोहण और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं।

जर्मनी में शोक की लहर

जर्मन ओलंपिक खेल परिसंघ (DOSB) के अध्यक्ष थॉमस वीकेर्ट ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा –

“लॉरा डाहलमेयर अपने पीछे एक समृद्ध विरासत छोड़ गई हैं। खेल, प्रकृति और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें एक प्रेरणास्पद व्यक्तित्व बनाती है।”

उनकी टीम ने भी कहा –

“अलविदा लॉरा। आपने हमारे जीवन को समृद्ध बनाया है। आपकी प्रेरणा हमें हमेशा आगे बढ़ने की शक्ति देगी।”


लॉरा डाहलमेयर: जीवन एक नजर में

विवरणजानकारी
जन्म19 अगस्त 1993 (जर्मनी)
खेलबायथलॉन (Biathlon)
ओलंपिक पदक2 स्वर्ण, 1 कांस्य (2018)
विश्व चैंपियनशिप7 स्वर्ण, 1 रजत, 3 कांस्य
संन्यास2019
शौकपर्वतारोहण, प्रकृति संरक्षण, एडवेंचर

लॉरा डाहलमेयर का असमय निधन केवल जर्मनी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय खेल जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका समर्पण, साहस और ज़मीन से जुड़ा स्वभाव उन्हें हमेशा यादगार बनाए रखेगा। लैला पीक की ऊंचाइयों में अब उनका नाम सदा के लिए अमर हो गया है।

Author

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest

More articles