कुशीनगर, (वेब वार्ता)। कुशीनगर जनपद के किसान इंटर कॉलेज, पिपरा बाजार में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के तहत एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने पर्यावरण संरक्षण, यातायात सुरक्षा और डॉल्फ़िन संरक्षण की शपथ ली।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम की प्रमुख बातें:
पर्यावरण संरक्षण की शपथ
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य अश्विनी पांडेय ने किया। उन्होंने कहा:
“आज के समय में पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए वृक्षारोपण सबसे अहम जरूरत है। सूखा, बाढ़, जल स्तर का गिरना और वैश्विक तापमान में वृद्धि जैसी समस्याएं प्राकृतिक असंतुलन का परिणाम हैं। इनसे निपटने का एकमात्र उपाय जागरूकता और कार्रवाई है।”
यातायात सुरक्षा पर विशेष ध्यान
डॉ. विष्णु प्रताप चौबे ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता बताते हुए कहा:
“हर साल लाखों लोगों की मौत यातायात दुर्घटनाओं में होती है। यह सिर्फ व्यक्तिगत नुकसान नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। हेलमेट पहनना, शराब के नशे में गाड़ी न चलाना और ट्रैफिक नियमों का पालन जीवन रक्षक कदम हैं।”
डॉल्फिन संरक्षण की चेतना
कार्यक्रम के अंत में कृष्ण कुमार मिश्र ने बायोडायवर्सिटी के महत्व और डॉल्फिन संरक्षण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा:
“गंगा नदी की डॉल्फिनें न केवल दुर्लभ हैं, बल्कि संपूर्ण नदी पारिस्थितिकी तंत्र की स्वस्थता का संकेतक हैं। भारत सरकार ने इन्हें 2009 में राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया था। इनका संरक्षण हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।”
कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों को डॉल्फिन संरक्षण की शपथ दिलाई गई, जिसमें यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया गया कि वे जल जीवन को संरक्षित करने हेतु जागरूक रहेंगे।
उपस्थित विशिष्टजन
कार्यक्रम में कॉलेज स्टाफ एवं NSS स्वयंसेवकों के अलावा कई गणमान्य शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे। इनमें प्रमुख नाम रहे:
शिवेंद्र चौबे
सतीश कुशवाहा
सुनील पांडेय
संजय गौतम
अरुंधति दुबे
सभी ने छात्रों को सामाजिक और प्राकृतिक जिम्मेदारियों के प्रति सजग और संकल्पबद्ध नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
इस कार्यक्रम के माध्यम से स्पष्ट है कि नई पीढ़ी को सामाजिक, पर्यावरणीय और नैतिक जिम्मेदारियों की शिक्षा दी जा रही है। जब छात्र ऐसी शपथों के साथ अपने जीवन का निर्माण करते हैं, तब देश का भविष्य और भी उज्जवल होता है।