कन्नौज, (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कन्नौज के तिर्वा स्थित डॉ. भीमराव रामोजी अंबेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया और आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित करते हुए उन्हें “मानव विकास का सबसे महत्वपूर्ण मंदिर” बताया।
यह आयोजन ‘सुपोषित भारत – सशक्त भारत’ अभियान के अंतर्गत हुआ, जिसमें राज्यपाल ने कई विकास योजनाओं के लाभार्थियों को सीधे लाभ पहुंचाया।
कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां:
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मान
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा:
“बच्चों के जीवन की शुरुआत जहां होती है, वह स्थान सबसे पवित्र और प्रभावशाली होता है। आंगनवाड़ी सिर्फ एक केंद्र नहीं, संस्कार और देखभाल का केंद्र है।”
उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में बच्चों के लिए किताबें, कुर्सी-टेबल, खिलौने, और दवाओं की किट जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं ताकि उन्हें एक सुरक्षित और पोषणयुक्त वातावरण मिल सके।
महिलाओं को मिला आर्थिक सहयोग
राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ₹11 करोड़ से अधिक की सहायता राशि का चेक प्रदान किया, जिससे स्थानीय स्तर पर महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।
युवाओं को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत 5 युवाओं को ₹4.35 लाख के चेक वितरित किए गए। इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड भी सौंपे गए।
पौधारोपण और स्टॉल निरीक्षण
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेडिकल कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अधिकारियों की टीम की सराहना करते हुए जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री को विशेष रूप से बधाई दी।
राज्यपाल का वक्तव्य
“कन्नौज में कई मंदिर हैं, पर आंगनवाड़ी सबसे पहला और महत्वपूर्ण मंदिर है। यहां से बच्चों के जीवन की बुनियाद रखी जाती है। यदि यहां पर सही कार्य हो रहा है, तो समाज का भविष्य भी उज्ज्वल होगा।”
उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस भव्य आयोजन में कई विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख थे:
असीम अरुण, समाज कल्याण मंत्री
सुब्रत पाठक, पूर्व सांसद
कैलाश राजपूत, तिर्वा विधायक
प्रिया शाक्य, जिला पंचायत अध्यक्ष
वीरसिंह भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष
आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, जिलाधिकारी
जिलाधिकारी द्वारा “ODOP” की पुस्तक राज्यपाल को भेंट की गई, जो उत्तर प्रदेश की एक जनपद एक उत्पाद योजना को समर्पित है।