श्रीनगर, (वेब वार्ता)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को श्रीनगर के हरवान इलाके में हुई मुठभेड़ में पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड के मारे जाने की जांच शुरू कर दी है। मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए, जिनमें मुख्य रूप से सुलेमान उर्फ आसिफ, जिसे पहलगाम हमले का प्रमुख साजिशकर्ता माना जा रहा था, शामिल है।
एनआईए की एक टीम मंगलवार तड़के पुलिस नियंत्रण कक्ष (PCR), श्रीनगर पहुंची और वहां मारे गए आतंकियों के शवों की पहचान प्रक्रिया शुरू की।
🔍 ऑपरेशन ‘महादेव’ की पृष्ठभूमि
अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों को पहलगाम हमले के दौरान प्रयोग किए गए सैटेलाइट फोन के दोबारा सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इसी आधार पर सेना ने ऑपरेशन ‘महादेव’ को अंजाम देने का फैसला किया।
इस अभियान में शामिल सेना की विशेष पैरा कमांडो यूनिट ने हरवान के मुलनार इलाके में स्थित दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान के पास सोमवार को मुठभेड़ को अंजाम दिया। इस मुठभेड़ में सुलेमान के साथ दो अन्य आतंकी जिब्रान और हमजा अफगानी भी मारे गए।
⚠️ जिब्रान था सोनमर्ग सुरंग हमले में शामिल
सूत्रों के अनुसार, मारा गया आतंकी जिब्रान कथित रूप से गगनगीर (सोनमर्ग) में पिछले साल सुरंग परियोजना पर हुए हमले में शामिल था। उस हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की जान चली गई थी।
🧾 एनआईए की कार्रवाई और गवाहों से पूछताछ
एनआईए की टीम मुठभेड़ स्थल से बरामद शवों की पहचान को पुख्ता करने के लिए गवाहों से पूछताछ कर रही है। टीम अलग-अलग समूहों में स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों के जवानों से पूछताछ कर यह सुनिश्चित कर रही है कि मारे गए आतंकवादियों में सुलेमान शाह भी शामिल है या नहीं।
🔫 बरामद हथियार और सुरक्षा अलर्ट
मुठभेड़ के दौरान एक M4 कार्बाइन, दो एके-47 राइफलें, और अन्य घातक हथियार बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही खुफिया जानकारी के अनुसार, इलाके में आतंकियों के एक और गुट की मौजूदगी की आशंका है, जिसके चलते सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है।
🧠 पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि पहलगाम हमला एक उच्च-प्रोफाइल आतंकी घटना थी जिसमें कई सुरक्षाकर्मी और स्थानीय नागरिक मारे गए थे। इसमें शामिल आतंकियों की पहचान करना और उन्हें निष्क्रिय करना सुरक्षा एजेंसियों के लिए प्राथमिकता बनी हुई थी। मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों का मारा जाना एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।