तेहरान, 15 अप्रैल (वेब वार्ता)। ईरान की तरफ से इजराइल पर किए गए हमलों के बाद दुनियाभर से इसे लेकर प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इसाी क्रम में G7 देशों के नेताओं ने इजराइल के खिलाफ ईरान के हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है। G7 देशों के नेताओं ने रहा है कि ईरान के इस कदम से क्षेत्र में तनाव बढ़ने का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी ईरान के हमलों के बाद एक आपातकालीन बैठक बुलाने का फैसला किया है ताकि इस मामले पर चर्चा की जा सके।
ईरान ने किया हमला
बता दें कि, ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी हैं। ईरान ने कहा कि उसने यह हमला सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल हुए हमले के जवाब में किया। इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार देर रात ईरान ने हमला किया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल समेत क्रूज मिसाइल दागी गईं। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।
ईरान बंद करे हमले
G7 देशों के नेताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडन की ओर से की गई कॉन्फ्रेंस कॉल के बाद एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘अपने इन कदमों के जरिए ईरान ने क्षेत्र को अस्थिर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, इससे बचना चाहिए। हम स्थिति को स्थिर करने और तनाव बढ़ने से रोकने के लिए काम करना जारी रखेंगे। हम मांग करते हैं कि ईरान और उसके सहयोगी अपने हमले बंद करें। हम आगे कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।’’
G7 समूह में शामिल हैं ये देश
G7 समूह में अमेरिका, इटली, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और कनाडा शामिल हैं। समूह ने इजराइल के प्रति एकजुटता और समर्थन की बात कही है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने इजराइल के खिलाफ ईरान के हमले पर चर्चा करने के लिए जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय से भी फोन पर बात की है।