पटना, (वेब वार्ता)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पटना जिले में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया गया है। इस अभियान में 7.83% यानी 3,95,211 मतदाताओं के नाम हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हटाए जा रहे नामों में मृत, स्थानांतरित और सत्यापन के दौरान अनुपस्थित पाए गए मतदाता शामिल हैं।
पटना जिले में अभी तक कुल 50,47,194 पंजीकृत मतदाता थे, लेकिन अभियान के बाद यह संख्या घटकर 46,51,983 रह जाएगी। यह जानकारी निर्वाचन विभाग द्वारा जारी की गई है। बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने घर-घर जाकर इन आंकड़ों का भौतिक सत्यापन किया है।
आंकड़ों में जानिए किसे हटाया जाएगा
श्रेणी | मतदाता संख्या | प्रतिशत |
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मृत मतदाता | 1,34,145 | 2.66% |
स्थानांतरित मतदाता | 1,54,992 | 3.07% |
अनुपस्थित मतदाता | 73,624 | 1.46% |
डुप्लीकेट नाम | 32,450 | 0.64% |
कुल हटाए जाने वाले नाम | 3,95,211 | 7.83% |
गणना फॉर्म और सत्यापन कार्य
अभियान के पहले चरण में 89.46% गणना फॉर्म BLO द्वारा जमा किए गए, जिनकी संख्या 45,14,974 है। वहीं 1,37,009 मतदाताओं ने स्वयं ऑनलाइन फॉर्म भरकर प्रक्रिया में भाग लिया। अब तक कोई भी गणना फॉर्म लंबित नहीं है।
महत्वपूर्ण तिथियां
दावा-आपत्ति की अवधि: 1 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 30 सितंबर 2025
निर्वाचन विभाग ने क्या कहा
जिला निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार, “जिन मतदाताओं के नाम त्रुटिवश हट गए हैं, वे 1 अगस्त से 1 सितंबर तक अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं और नए गणना फॉर्म भी भर सकते हैं। इसके बाद अंतिम सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की जाएगी।”
चुनाव पूर्व तैयारी में जोर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की संभावनाओं को देखते हुए निर्वाचन आयोग मतदाता सूची को अद्यतन करने में जुट गया है ताकि निष्पक्ष और सटीक चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके। साफ-सुथरी मतदाता सूची भविष्य की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव मानी जा रही है।