कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में धर्म परिवर्तन के नाम पर एक हिन्दू युवती के अपहरण और ब्रेनवॉश की साजिश का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए संगठित गिरोह के कुल 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरोह पर युवती को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने और अश्लील वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग का आरोप है।
मामले की शुरुआत:
पीड़िता के पिता सुनील वर्मा, निवासी महुअवा बुजुर्ग, थाना तुर्कपट्टी, ने 26 जुलाई को थाना कोतवाली पडरौना में लिखित शिकायत दी थी कि एक संगठित गिरोह उनकी पुत्री को अमृतसर से कुशीनगर लाकर धर्म परिवर्तन कराकर अपहरण कर चुका है। इस पर मु.अ.सं. 416/2025 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
तेज कार्रवाई और गिरोह का पर्दाफाश:
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा के निर्देशन में थाना कोतवाली पडरौना, साइबर सेल तथा स्वाट टीम की संयुक्त टीम गठित की गई। 27 जुलाई को की गई छापेमारी में पुलिस ने युवती को सकुशल बरामद किया और 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरोह का तरीका और कबूलनामा:
एसपी संतोष मिश्रा के अनुसार,
“पूछताछ में अभियुक्तों ने कबूल किया कि वे एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं, जो हिन्दू युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करवाते हैं। इस केस में भी युवती को लंबे समय से टारगेट किया जा रहा था।”
मुख्य सरगना तौफिक अंसारी पर आरोप है कि उसने पीड़िता के अश्लील वीडियो और धर्म परिवर्तन की रिकॉर्डिंग को परिजनों को ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया। वहीं, कैसर जहाँ और फातिमा नामक महिलाओं ने इस्लामिक धार्मिक सामग्री दिखाकर पीड़िता का ब्रेनवॉश किया।
गिरफ्तार
इस सम्बन्ध में पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए 6 पुरुष एवं 3 महिलाओं समेत कुल 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
बरामद सामग्री:
पीड़िता नेहा वर्मा के नाम के 2 आधार कार्ड
धर्म परिवर्तन के बाद परवीन खातून नाम का फर्जी दस्तावेज
11 सिम कार्ड,
9 एंड्रॉयड मोबाइल फोन,
डिजिटल डाटा और वीडियो क्लिप
पुलिस का बयान:
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि
“यह एक सुनियोजित गिरोह है जो युवतियों को निशाना बनाकर धार्मिक असंतुलन पैदा करने की कोशिश करता है। अन्य फरार सदस्यों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।”