तेलअवीव, (वेब वार्ता)। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में एक कैथोलिक चर्च होली फैमिली पर जमकर बमबारी की। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई और करीब एक दर्जन घायल हो गए। चर्च के पादरी गैब्रिएल रोमनल्ली भी शामिल हैं। चर्च परिसर में सैकड़ों फिलिस्तीनी शरण लिए हुए थे जिनमें बच्चे और दिव्यांग लोग भी शामिल थे। इजरायल ने इस हमले को दुर्घटना बताते हुए खेद व्यक्त किया और कहा कि वह इसकी जांच कर रहा है। हमले में चर्च की इमारत को भी काफी नुकसान पहुंचा जहां कई बुजुर्ग और मासूम लोग मौजूद थे। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को लेकर खेद जताया है। नेतन्याहू ने अपने बयान में कहा, इजरायल को इस बात का गहरा दुख है कि एक भटका हुआ गोला गाजा के होली फैमिली चर्च से टकराया। हर एक निर्दोष व्यक्ति की जान का नुकसान एक त्रासदी है।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरने वालों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं। चर्च परिसर में शरण लिए हुए लोगों में ईसाई और मुस्लिम दोनों शामिल थे। ग्रीक ऑर्थोडॉक्स पैट्रिआर्केट ऑफ जेरूसलम ने इस हमले को मानव गरिमा पर हमला बताया और धार्मिक स्थलों की पवित्रता का उल्लंघन माना है। इस बीच, इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत जारी है लेकिन अभी तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है। पोप लियो ने इस हमले की कड़ी निंदा की और तत्काल युद्धविराम की अपील की है। उन्होंने पीड़ितों के लिए शोक संदेश में कहा कि वह शांति और सुलह की आशा करते हैं। दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इस हमले पर नाराजगी जताई। इजरायल का कहना है कि यह भूलवश हुआ हमला था और वह नागरिकों व धार्मिक स्थलों को निशाना नहीं बनाता। हालांकि, गाजा में स्कूलों, अस्पतालों और शरणस्थलियों पर बार-बार हो रहे हमलों के कारण फिलिस्तीनी नागरिकों का कहना है कि कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है। यह हमला गाजा में 21 महीने से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बीच हुआ जिसमें अब तक 58,600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।