रायपुर, 18 मार्च (वेब वार्ता)। लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमाई हुई है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर एसीबी और ईओडब्ल्यू की ओर से एफआईआर दर्ज किये जाने के मामले में कहा कि मुकदमा दर्ज होते ही हाय तौबा मचाना, उन्हें हार से नहीं बचा पाएगा। हार की डर से वह विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इससे भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा। बीजेपी कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस में बीजेपी के रायपुर लोकसभा प्रत्याशी और कैबिनेट अग्रवाल ने महादेव एप मामले में कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से ही इसकी जांच चल रही थी, ऐसा तब की कांग्रेस सरकार का भी दावा था।
उन्होंने कहा कि आंध्र और तेलंगाना ने इस केस को ईडी को सौंप दिया तब इसके बाद ईडी इसमें हाथ ना डालें इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में केस दर्ज किया। अब अपने ही बने हुए जाल में वो खुद फंस गए हैं। बघेल को बताना चाहिए कि इस मामले में जुड़े हुए जितने गिरफ्तार हुए हैं और जितने अधिकारियों का नाम उसमें शामिल हैं, उनसे भूपेश बघेल का क्या संबंध है? बघेल को सार्वजनिक करना चाहिए। रानू साहू जिनके ऊपर कोयला घोटाला का मामला सामने आ चुका था, उसके बाद रानू साहू को हटाकर अच्छी जगह में पदस्थ करने वाले कौन लोग हैं? छत्तीसगढ़ में चाहे कोयला घोटाला, शराब घोटाला, गोबर घोटाला, गोठान घोटाला, पीडीएस घोटाला हो चाहे डीएमएफ घोटाला हो और न जाने कितने घोटाले हुए हो, अभी तो सिर्फ एक घोटाले में तत्कालीन मुख्यमंत्री का नाम आया है, जिससे वो घबरा गए हैं। अब जब कारवाई आगे बढ़ी हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना साबित करता है कि सारी दाल ही उसकी काली है।
‘वीडियो में दिखी थी सच्चाई’
कैबिनेट मंत्री ग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था, यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया ही था। समाचारों में काफी कुछ इससे पहले भी आ ही चुका है। ईडी की जांच में स्पष्ट रूप से सामने आया था कि असीमदास नामक व्यक्ति के कब्जे से जो 5.39 करोड़ रुपए ईडी ने बरामद किए थे, उसे भूपेश बघेल को पहुंचाने के लिए दिया गया था,ऐसा असमीमदास ने कहा था। इसी तरह से जो वीडियो शुभम सोनी का दुबई से जारी हुई था,उसमें भी करोड़ों की रकम आरोपी भूपेश बघेल को देने की बात सामने आयी थी। आज भी आप गूगल पर 508 करोड़ टाइप करें तो भूपेश जी के कारनामे सामने आएंगे।
‘भूपेश और कांग्रेस है दोषी’
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अभी तक जितनी जांच हुई है और जा्ंच में जितने नाम आए हैं, पकड़े गए आरोपियों ने जो बयान दिए हैं इसकी सत्यता के बारे में कभी भी भूपेश बघेल जी ने एक शब्द नहीं कहा, सिर्फ यही कहा कि यह सब झूठ है तथ्यात्मक बयान आज तक भूपेश बघेल ने क्यों नहीं दिया? छत्तीसगढ़ की 10 लाख युवाओं को महादेव एप सट्टे में उलझा कर उनके पैसे को खाने की कोई दोषी हो तो वह भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी है। तब की कांग्रेस सरकार में शक्तिशाली रहे नेताओं और अफसरों पर अन्य मामलों में भी लगाए गए आरोप इतने अधिक मजबूत हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक इन्हें जमानत नहीं दे रहा है। महीनों से सभी जेल में बंद हैं। बार-बार जमानत मांगने पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट ने तो कोयला घोटाले की आरोपीपर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगा दिया था। उलट राजनीतिक द्वेषवश मुकदमें आदि दर्ज करना भूपेश बघेल जी का ही कृत्य रहा था। सरकार में आते ही उन्होंने फर्जी मुकदमों की बौछार कर दी थी। दर्जनों एसआइटी गठन कर दिया था। बिजली कटौती का पोस्ट फेसबुक पर लिखने तक के लिए राजद्रोह का मुकदमा किया जाता रहा।
‘बीजेपी के पास षड्यंत्र रचने की फुर्सत नहीं’
अग्रवाल ने कहा कि भाजपा की सरकार मोदी गारंटी पूरा करने में व्यस्त हैं। भाजपा किसानों के खाते में प्रति एकड़ 20 हजार रुपए दे रही हैं,महतारी वंदन योजना के तहत माताओं एवं बहनों के खातों में 12 हजार रूपए सालाना डाल रहे हैंस, हमने जो वादा किया है उसे हमने करके दिखाया है। किसानों के दो वर्षों के धान का बोनस, तेंदूपत्ता संग्रहको 4500 की जगह 5500 देने के वादों को पूरा करके दिखाया है। भाजपा के पास कांग्रेस जैसा षड्यंत्र रचने की न तो फुर्सत है और न ही ऐसी कोई मंशा है। जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है। पत्रकार वार्ता में रायपुर सांसद सुनील सोनी, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा,प्रदेश महामंत्री रामजी भारती, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल मौजूद रहे।