कराची, (वेब वार्ता)। चैंपियंस ट्रॉफी के शनिवार को इंग्लैंड के साथ होने वाले ग्रुप बी के अपने आखिरी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका शीर्ष पर रहते हुए अपनी स्थिति मजबूत करने उतरेगा। वहीं इंग्लैंड दाव में लगी प्रतिष्ठा के लिए खेलेगा।
अफगानिस्तान पर 107 रनों की शानदार जीत दर्ज करने के बाद दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा मैच बारिश के कारण रद्द हो गया था। इसके बावजूद मजबूत नेट रन रेट के साथ उसने सेमीफाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है। इस बीच इंग्लैंड का टूर्नामेंट में निराशाजनक अभियान जारी रहा उसे ऑस्ट्रेलिया से पांच विकेट और अफगानिस्तान से आठ रनों से हार का सामना करना पड़ा, जिससे कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गया।
कराची में पहले ही दो मैच खेल चुके दक्षिण अफ्रीका ने टूर्नामेंट में अपनी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 352 और 315 रनों का स्कोर खड़ा किया था। इस मैच में जीत से दक्षिण अफ्रीका की सेमीफाइनल में जगह पक्की हो जायेंगी और जिससे नॉकआउट चरण में भारत के साथ संभावित भिडंत से बचने में भी मदद मिलेगी।
टूर्नामेंट में इंग्लैंड की बल्लेबाजी स्तर तो बेहतर रहा और उसने दोनों मैचों में 300 से अधिक रन बनाए हैं, लेकिन गेंदबाजी के क्षेत्र में उनके गेंदबाज महत्वपूर्ण क्षणों में विकेट लेने के लिए संघर्ष करते दिखायी दिये। जिससे वह टूर्नामेंट से बाहर हो गया है।अफगानिस्तान से उनकी अप्रत्याशित हार ने उन्हें टूर्नामेंट के अपने अंतिम मैच में केवल सम्मान के लिए खेलने के लिए छोड़ दिया है।
दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में जगह पक्की होने के साथ प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देने का विकल्प चुन सकता है। विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन कोहनी की चोट से उबरने के बाद वापसी कर सकते हैं। इंग्लैंड की टीम गस एटकिंसन, टॉम बैंटन, साकिब महमूद और रेहान अहमद जैसे फ्रिंज खिलाड़ियों को अवसर देने की संभावना है।
दक्षिण अफ्रीका का मजबूत गेंदबाजी आक्रमण और उसके बेहतरीन बल्लेबाजी इस मुकाबले में उसकी मजबूती का दर्शाता है जबकि इंग्लैंड की गेंदबाजी की समस्या बताती है कि वापसी की संभावना नहीं है। कैगिसो रबाडा, जो पिछले तीन एकदिवसीय मैचों में 5.00 से कम की इकॉनमी से आठ विकेट लेकर शानदार फॉर्म में हैं और उनसे विकेट लेने की उम्मीद है।
इंग्लैंड के जो रूट उनके सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बने हुए हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने पिछले सात एकदिवसीय मैचों में से चार में 45.33 की औसत से 50 या उससे अधिक रन बनाए हैं। उनसे बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है।
कराची की परिस्थितियाँ बल्लेबाजी के अनुकूल होने पर बड़ा स्कोर वाला मुकाबला देखने को मिल सकता है। दक्षिण अफ्रीका नॉकआउट चरण से पहले टूर्नामेंट में अपने अपराजित रिकॉर्ड को बनाए रखने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगा।