कुशीनगर 30 जुलाई (ममता तिवारी)! उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पडरौना नगर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं के लिए विद्यालय परिसर में बना राजकीय अनुसूचित जाति यबालिकाद्ध छात्रावास देखरेख के अभाव में बदहाल हो गया है। 40 लाख खर्च कर बने छात्रावास में शौचालय की सीट और दरवाजा गायब हो गया है। इसके परिसर में झाड़ियां उग गई हैं। जिससे लोग दिन में ही यहां आने से कतराते हैं।
शहर के रामकोला मार्ग पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज संचालित होता है। इसमें कक्षा एक से 12वीं तक की छात्राएं पढ़ती हैं। परिसर में बने छात्रावास में 100 छात्राओं के रहने के लिए कमरे बने हुए हैं। भूतल और प्रथम तल मिलाकर 32 कमरे बनाए गए हैं। एक कमरे में अधिकतम तीन छात्राएं रह सकती हैं। लेकिन छात्रावास के कमरे की खिड़कियों के दरवाजे गायब हैं। प्रथम तल पर जाने के लिए बनीं सीढ़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कमरों में घास फूस और झाड़ – ण्झंखाड़ उग गए हैं। भवन की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं। स्नान करने के लिए लगी टोटी नदारद है।
वर्ष 2005 में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की ओर से 40 लाख रुपये से छात्रावास निर्माण शुरू हुआ था। चार किस्तों में धन आने से वर्ष 2010 में यह बनकर तैयार हो गया। तीन वर्षों तक यह सुपुर्द भी नहीं हुआ था। वर्ष 2013 में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य और तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने हैंडओवर ले लिया। इसके बाद भी बजट के अभाव में इस छात्रावास का संचालन नहीं हो पाया।
अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए इस राजकीय अनुसूचित जाति बालिका छात्रावास के बनने में ही पांच वर्ष लग गए। निर्माण कार्य ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की ओर से वर्ष 2005 में कार्य शुरू कराया गया था।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के परिसर में बना छात्रावास खंडहर हो गया है। बाहर से भी झांड़ियां उगी हैं। बरसात के मौसम में हालत और भी बदतर हो गई है। पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि छात्रावास खंडहर हो गया है। चारों तरफ से झांड़ियां उग गई हैं।