Friday, August 1, 2025
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वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं ने ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को भेजीं राखी

वाराणसी, (वेब वार्ता)। ऑपरेशन सिन्दूर की ऐतिहासिक सफलता ने देशभर में जनभावनाओं को झकझोर दिया है, और इस बार इस पर प्रतिक्रिया आई है वाराणसी की मुस्लिम महिलाओं की ओर से। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राखी भेजकर उन्होंने यह दर्शाया कि देश की बेटियां और बहनें उनके साथ हैं — चाहे धर्म कोई भी हो।

मुस्लिम महिलाओं ने बनाई हाथ से सजाई हुई राखियां

मुस्लिम महिला फाउंडेशन और विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में, महिलाओं ने ढोलक की थाप पर गीत गाते हुए प्रधानमंत्री मोदी को राखी भेजी। इन राखियों को ऑपरेशन सिन्दूर के प्रतीक चिन्हों के साथ सितारा, गोटा और कढ़ाई से सजाया गया था।

नाजनीन अंसारी बोलीं: “सिन्दूर भारत की आत्मा है”

फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा:

“प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिन्दूर के माध्यम से पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। उन्होंने बहन-बेटियों का सिन्दूर उजाड़ने वालों को जवाब देकर साबित किया कि वह एक सच्चे भाई हैं।”

नाजनीन ने जोर देते हुए कहा कि:

“जो भारत की संस्कृति और सिन्दूर का सम्मान नहीं करते, वे इसका विरोध कर पाकिस्तान का ही फायदा करते हैं। ऑपरेशन सिन्दूर का विरोध करना एक तरह से राष्ट्रद्रोह है।”

सेना और संस्कृति के सम्मान की एकजुट पुकार

कार्यक्रम में मौजूद डॉ. अर्चना भारतवंशी, जो विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव हैं, ने कहा:

“प्रधानमंत्री मोदी ने देश की लाज रखी। जिन्होंने बहनों का सिन्दूर उजाड़ा, उन्हें दोजख भेजा। मोदी एक भाई की तरह देश की बहनों की रक्षा कर रहे हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2011 से हर रक्षाबंधन पर संस्थान मोदी को राखी भेजता रहा है।

पीएम मोदी पर डॉक्टरेट कर चुकीं डॉ. नजमा परवीन का वक्तव्य

डॉ. नजमा परवीन, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर डॉक्टरेट की है, ने कहा:

“यह भारत के इतिहास का गौरवशाली क्षण था। मोदी ने तीन तलाक खत्म कर मुस्लिम महिलाओं को सम्मान दिया और अब ऑपरेशन सिन्दूर के जरिए यह संदेश दिया कि एक भी बहन का सिन्दूर उजड़ा तो पूरा पाकिस्तान उजड़ जाएगा।”

सांप्रदायिक एकता का प्रतीक बना यह आयोजन

कार्यक्रम में खुर्शीदा बानो, नगीना बेगम, डॉ. मृदुला जायसवाल, आसमा ज़बी, महरुननिशा, सुनीता, पार्वती, रौशनजहां, और अन्य महिलाएं भी शामिल हुईं। उनका एक सुर में कहना था कि,

“मोदी किसी धर्म के नहीं, हर बहन के भाई हैं।”

निष्कर्ष

यह आयोजन यह सिद्ध करता है कि भारत की महानता उसकी विविधता में एकता में है। जब मुस्लिम महिलाएं प्रधानमंत्री को राखी भेजकर अपना समर्थन प्रकट करती हैं, तो यह सांप्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रवाद की पराकाष्ठा बन जाती है। सिन्दूर, जो भारतीय स्त्री की मर्यादा का प्रतीक है, अब राष्ट्रीय सम्मान का विषय बन गया है।

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वेब वार्ता समाचार एजेंसी

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