लखनऊ, अजय कुमार (वेब वार्ता)। केन्द्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी), लखनऊ द्वारा डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का चौथा दिन ‘शिक्षा में प्रगति एवं विकास’ विषय को समर्पित रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ सीबीसी निदेशक श्री मनोज कुमार वर्मा ने मुख्य अतिथि डॉ. एस.पी. सिंह (पूर्व कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथियों डॉ. सर्वेंद्र विक्रम सिंह और डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह के स्वागत के साथ किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: मानकीकरण का आधार
मुख्य अतिथि डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने आंगनवाड़ी से यूनिवर्सिटी स्तर तक शिक्षा का मानकीकरण किया है। भारत सरकार ने प्रौद्योगिकी-संचालित विकास पर जोर दिया है। पिछले 11 वर्षों की योजनाओं से शिक्षा का भविष्य उज्ज्वल हो रहा है।”
डॉ. सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने NEP 2020 को ‘विकसित भारत’ की आधारशिला बताया। उन्होंने बहु-विषयक और लचीली पाठ्यक्रम संरचना की सराहना की। “प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया है। डिजिटल शिक्षा, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, और स्मार्ट क्लासरूम भविष्य की जरूरत हैं। सरकार की पहलों से शिक्षा अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है।”
डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह ने दूरस्थ शिक्षा और आजीवन सीखने पर जोर दिया। “युवाओं को लक्ष्य निर्धारण और उचित मार्ग चुनना चाहिए। इग्नू जैसे संस्थान लाखों को शिक्षा और कौशल प्रदान कर रहे हैं।”
विश्वविद्यालय कुलपति का संदेश
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कहा, “वक्ताओं के विचार छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक हैं। शिक्षा से संबंधित जानकारी लाभदायक होगी।”
प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां
कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, और भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुईं। सिद्धिधाम सांस्कृतिक दल और जादूगर सुरेश एंड पार्टी के प्रदर्शनों ने मनोरंजन किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘अमृत पीढ़ी’ पर चित्र प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही।
उपस्थित अधिकारी
क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जय सिंह, लक्ष्मण शर्मा, अमन त्रिपाठी, प्रेम सिंह नेगी, जितेंद्र पाल सिंह, और सीबीसी के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
निष्कर्ष
सीबीसी की यह कार्यशाला शिक्षा के विकास पर केंद्रित रही। NEP 2020 और सरकारी योजनाओं ने शिक्षा को नई दिशा दी।