हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में आयोजित लैंगिक समानता और संवेदीकरण विषयक कार्यशाला के दूसरे दिन विकास भवन सभागार में फीडबैक सत्र संपन्न हुआ। सत्र का शुभारंभ सीडीओ श्रीमती सान्या छाबड़ा ने किया।
सीडीओ का संदेश
सीडीओ श्रीमती सान्या छाबड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक बच्चों और अभिभावकों को लैंगिक संवेदीकरण के प्रति जागरूक करें, ताकि समाज में समानता की सोच विकसित हो सके।
शिक्षा विभाग के अधिकारी का आह्वान
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने शिक्षकों से कहा कि कार्यशाला से मिले संदेश को विद्यालयों में जरूर लागू करें।
प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाएं
श्रीमती पूर्णिमा सिंह – “बच्चों से झिझक दूर करना सबसे जरूरी।”
श्रीमती रिंकू यादव – “कार्यशाला से बेटी से बात करने का साहस मिला।”
श्री पंकज वर्मा – “शिक्षकों में संवेदना जागृत हुई है।”
श्रीमती दिव्या सिंह – “बच्चों को वर्जनाओं से मुक्त जानकारी देने का संकल्प।”
विशेषज्ञों की भूमिका
नई दिल्ली से आए विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक डॉ. गीतांजलि कुमार व डॉ. सविता महाजन ने शिक्षकों से फीडबैक लिया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान प्रस्तुत किया।
कितने विद्यालयों ने भाग लिया?
विकास खंड बावन के 42 परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्य प्रतिभागी
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह, जिला समन्वयक प्रशिक्षण दिलीप शुक्ला, एसआरजी आशीष कुमार मिश्र, अभय सिंह, सचिन मिश्र और शिवाकांत शुक्ल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कार्यक्रम का समापन सूक्ष्म जलपान के साथ हुआ।