हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। हरदोई जिले के कछौना और कोथावां ब्लॉक को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग अब निर्माण की राह पर चल पड़ा है। कई दशकों से उपेक्षित इस सड़क को ग्रामीणों की लंबी मांग और सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रजीत यादव के अथक प्रयासों के बाद स्वीकृति मिली है। 787 मीटर लंबे खड़ंजे निर्माण की परियोजना को लगभग 15 लाख रुपये की लागत से मंजूरी मिली है, और कार्य प्रारंभ हो चुका है। इस विकास से क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
वर्षों पुरानी मांग को मिली मंजूरी
कोरिहाना हथौड़ा से कमलापुर कोथावां तक लगभग 1 किलोमीटर लंबा यह मार्ग कोरिहाना, पूरबखेड़ा, हथौड़ा, कछौना, कमलापुर, रानीखेड़ा, अटवा, भदसेन, बिराहिमपुर, और फरेंदा जैसे कई गांवों का प्रमुख संपर्क साधन है। बरसात में बेहटा नाले की जर्जर पुलिया पर पानी ऊपर से बहने लगता था, जिससे मरीजों, स्कूली बच्चों, और वृद्धों को रास्ता पार करना मुश्किल हो जाता था। कई बार गांवों का संपर्क पूरी तरह कट जाता था।
सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रजीत यादव ने वर्षों तक इस ज्वलंत समस्या को विधायक, सांसद, एमएलसी, ब्लॉक प्रमुख, और जिला पंचायत के समक्ष उठाया। उन्होंने पत्राचार और सामाजिक बैठकों के माध्यम से मांग की। इंद्रजीत ने कहा, “यह मार्ग केवल सड़क नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और शिक्षा व्यवस्था की जीवनरेखा है। अब यह सपना साकार हो रहा है।”
विजय कुमार के प्रयास से बनी सफलता की राह
लोक निर्माण विभाग बिलग्राम खंड-2 के अनुसार, यह मार्ग सिंगल कनेक्टिविटी के अंतर्गत आता है, और वर्तमान में डबल कनेक्टिविटी योजना में शामिल नहीं है। बजट की कमी से कार्य संभव न था। युवा जिला पंचायत सदस्य विजय कुमार ने इस मुद्दे को जिला पंचायत बोर्ड बैठक में प्रमुखता से उठाया, जिससे परियोजना को स्वीकृति मिली।
विजय कुमार ने कहा, “ग्रामीणों की समस्या वर्षों से चली आ रही थी। अब मार्ग निर्माण से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि विकास को नई दिशा मिलेगी। अगला लक्ष्य बेहटा नाले की क्षतिग्रस्त पुलिया का पुनर्निर्माण है।”
ग्रामीणों में उत्साह और राहत
मार्ग निर्माण शुरू होने की खबर से ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। स्थानीय निवासी राजेश कुमार, प्रमोद यादव, अशोक तिवारी, रामौतार ने कहा, “अब बरसात में आवागमन की समस्या से मुक्ति मिलेगी। स्कूली बच्चे समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे, और किसानों को खेतों तक जाना आसान होगा।”
विकास को मिलेगी नई दिशा
ग्रामीणों का मानना है कि यह सड़क बनने से क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलेंगे। गांवों के बीच संपर्क मजबूत होगा, किसानों की उपज बाजार तक आसानी से पहुंचेगी। ग्रामीण परिवहन, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं में भी सुधार आएगा।
निष्कर्ष
कोरिहाना-कोथावां मार्ग का निर्माण क्षेत्रवासियों की वर्षों पुरानी मांग का समाधान है। इंद्रजीत यादव और विजय कुमार की सक्रियता से यह सपना साकार हुआ। अब विकास का सफर तेज होगा।