गोरखपुर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ‘भारतीय योग परंपरा में योगिराज बाबा गंभीरनाथ का अवदान’ विषय दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आस्था आर्थिकी का कारण बन सकती है, महाकुंभ ने दुनिया को इसकी ताकत को समझाया। पूर्व सरकारों ने समझा होता तो प्रदेश संकट की स्थिति से नहीं गुजरता। उन्होंने कहा कि उपासना विधियां बहुत देशों की मिलती हैं, लेकिन उनमें मतभिन्नता है। भौतिक जगत से जुड़े आयामों की सीमा है। रास्ते अलग हैं, लेकिन मंजिल एक है। यह केवल भारतीय मनीषा कह सकती है। उन्होंने कहा कि समस्या दुनिया में नहीं हमारे में थी, जो उपनिषद से दूर हो गए। उन्होंने कहा कि हम दुनिया के पीछे भाग रहे थे। 10 वर्ष में आप बदले भारत को देख रहे हैं। आज हर कोई भारत से दोस्ती करना चाहता है। चीन भी योग पर विशिष्ट आयोजन करता है। बौद्ध दर्शन की बात करता है।यही भारत की विजय है। सीएम ने कहा कि सिद्ध योगियों की परंपरा को संरक्षित करें। ऐसा न हो कि इसे कोई दूसरा देश पेटेंट करा ले। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने की। उन्होंने स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान, साधना और भक्ति परंपरा में नाथपंथ का महत्वपूर्ण योगदान है।
आस्था आर्थिकी का कारण बन सकती, महाकुम्भ ने दुनिया को इसकी ताकत को समझाया : योगी आदित्यनाथ



