कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बृहस्पतिवार सुबह से ही मौसम में बदलाव नजर आने लगा। बुधवार की देर रात गरज के साथ बारिश के बीच बृहस्पतिवार सुबह से ही मौसम में नमी हो गई। सुबह 9 बजे के बाद हल्की बारिश के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई, जो एक घंटे बाद नम मौसम और तेज बारिश में बदल गई। जिसका असर रहा कि रबी की फसल में गेहूं की फसल पूरी तरह प्रभावित हो गई है।
इसके पहले बुधवार को अचानक बदले मौसम से लोगों को बड़ी राहत मिली। दिन भर बदली और उमस झेलने के बाद देर रात बूंदाबांदी ने मौसम सुहाना कर दिया। कई दिनों से पारा 40 डिग्री के आसपास रहने वाला पारा बुधवार को 36 डिग्री सेल्सियस पर रहा। लेकिन पारा लुढ़कने का कोई खास असर नहीं दिख रहा था। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों ने मंगलवार को ही पश्चिमी विक्षोभ के चलते पांच दिन तक बूंदाबांदी के आसार जताया है । मौसम विशेषज्ञों ने संभावना जताई थीे कि शनिवार तक पूरे प्रदेश में बूंदाबांदी, मेघ गर्जना और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी।इस दौरान 20 से 30 किमी की रफ्तार से पछुआ हवाएं भी चल सकती हैं। लगातार पांच दिन मौसम खराब रहने से गेहूं की फसल पर असर पड़ सकता है।
इस बारिश से रबी की फसलें बुरी तरह प्रभावित हो गई है। रबी की फसल में प्रमुख फसल गेहूं का माना जाता है। आज की वर्षा ने पकी हुई गेहूं की फसल की कटाई को बुरी तरह बाधित कर दी है। वर्तमान समय में गेहूं की फसल पक कर तैयार है जिसकी कटाई भी चालू है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसान खेतों में गेहूं काट कर रखें थे, उनकी दशा वदतर हो गई है।
यद्यपि कुशीनगर में लगभग दो हजार एकड़ की जमीन पर गेहूं की खेती होती है। इस बारिस ने लगभग 35 प्रतिशत गेहूं की फसल को नुकसान पहुचाया है।
वर्षा से कुशीनगर के 35 प्रतिशत किसानों की गेहूं की फसल प्रभावित
वेब वार्ता समाचार एजेंसी
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