Thursday, April 3, 2025
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राजस्थान सरकार प्रदेश के विकास में युवा शक्ति का योगदान कर रही सुनिश्चित: भजनलाल

कोटा, (वेब वार्ता)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार युवा शक्ति का प्रदेश के विकास और राष्ट्र निर्माण में अधिक से अधिक योगदान सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं और वह युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं।

श्री शर्मा राजस्थान दिवस के साप्ताहिक कार्यक्रमों की कड़ी में शनिवार को कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव एवं युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार युवा उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ ही, सरकारी और निजी क्षेत्र में 10 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के अपने संकल्प पर तेजी से काम कर रही है। जिला मुख्यालयों पर रोजगार मेला एवं कैम्पस प्लेसमेंट का आयोजन किया जा रहा है ताकि हर क्षेत्र के युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार अवसर मिल सकें।

उन्होंने कहा कि सात दिवसीय राजस्थान दिवस महोत्सव हमारी मातृशक्ति, युवा शक्ति, अन्नदाता और अंत्योदय को समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि हम युवाओं को रोजगार देने के साथ ही उनमें उद्यमिता का विकास कर उन्हें रोजगार देने योग्य भी बना रहे हैं।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने युवा वर्ग को कई सौगातें देते हुए विभिन्न विभागों में नव चयनित कार्मिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। प्रदेशभर में सात हजार 800 से अधिक कार्मिकों को नियुक्ति पत्र प्राप्त हुए। इसके साथ ही श्री शर्मा ने ‘मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान’ का भी शुभारंभ किया। इस दौरान अभियान से संबंधित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन एवं विवरणिका का विमोचन किया गया। श्री शर्मा ने शिक्षा विभाग के दो ऐप एवं आरएसओएस अन्तर्गत ऑन डिमाण्ड परीक्षा तथा डिजिटल प्रवेश उत्सव का शुभारंभ करते हुए विद्यार्थियों को बैग एवं यूनिफॉर्म की डीबीटी की शुरूआत की।

कार्यक्रम में युवा नीति एवं स्किल नीति का विमोचन, निजी क्षेत्र में रोजगार पर 10 हजार रूपये की सहायता के लिए योजना के दिशा-निर्देश, द्रोणाचार्य अवार्डियों को भूमि आवंटन हेतु दिशा-निर्देश, अटल ज्ञान केन्द्र तथा नई किरण नशा मुक्ति केन्द्र के दिशा-निर्देश भी जारी किए गए। मुख्यमंत्री ने रोजगार मेले के तहत आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में प्रदेश के युवाओं को हर कदम पर अन्याय और अत्याचार का सामना करना पड़ा। पेपरलीक के कारण उनके सपनों पर कुठाराघात हुआ। हमने सरकार बनते ही पेपरलीक की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जो पेपरलीक माफिया को सलाखों के पीछे पहुंचा कर युवाओं को न्याय दिलवा रही है।

श्री शर्मा ने कहा कि आज कौशल नीति और युवा नीति का विमोचन किया गया है। कौशल नीति का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक तकनीकों का कौशल प्रदान कर उद्योगों की जरूरत के मुताबिक तैयार करना है। वहीं, युवा नीति युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक रोडमैप है, जिसमें युवा विकास के सभी पहलू शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहले ही साल में 16 नीतियां जारी की है, जो काम और परिणाम के प्रति हमारे समर्पण को दिखाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ने निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए सरकार के पहले वर्ष में ही राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया, जिसमें 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। ये निवेश प्रस्ताव तेजी से धरातल पर भी उतर रहे हैं और लोगों को रोजगार मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय विकास में शिक्षा के महत्व को देखते हुए ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ लागू की है। यह एक समावेशी और प्रेरक नीति है, जो शिक्षा और रोजगार में बड़ा बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि इस नीति की भावना के अनुरूप ही राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा में नए बी.टेक और एम.टेक कोर्स शुरू किए गए हैं, जो आज के बदलते दौर में इंडस्ट्री की मानव संसाधन की मांग पूरी करने में सहायक साबित होंगे। श्री शर्मा ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान’ से प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को गति मिलेगी।

श्री शर्मा ने कहा कि इस बार के बजट में भी हमने युवा कल्याण की ढेरों घोषणाएं की हैं। वन विभाग में 1750 कर्मचारी, 4 हजार पटवारी और 10 हजार स्कूल शिक्षकों की भर्ती सहित करीब सवा लाख पदों पर नियुक्तियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि 67 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं और विभिन्न संवर्गों के 96 हजार से अधिक पदों के लिए विज्ञापन जारी हो चुके हैं। ड्राइवर और चतुर्थ श्रेणी जैसी वे भर्तियां भी कर रहे हैं, जो लंबे समय से अटकी हुई थीं। हमने पहली बार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 53 हजार से अधिक रिक्त पदों के लिए विज्ञापन जारी कर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विभिन्न जिलों में नव नियुक्त कार्मिकां के साथ संवाद कर उनकी हौसला अफजाई की। डूंगरपुर जिले में नियुक्त दृष्टि बाधित सहायक आचार्य संदीप ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए नियुक्ति के तोहफे से उनके अंधेरे जीवन में खुशियों का उजाला लौट आया है। वहीं, दौसा जिले में महिला पर्यवेक्षक के पद पर कार्यरत कोमल शर्मा ने बताया कि बहुत कम समय में भर्ती प्रक्रिया पूरी होने से रोजगार के लिए उनका इन्तजार खत्म हुआ। दौसा जिले में ही फार्मासिस्ट पद पर नियुक्त मनमोहन सिंह ने कहा कि लम्बे समय से अटकी भर्ती को पूरा कर राज्य सरकार ने बेरोजगार युवाओं को संबल दिया है।

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