सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर शुरू हुए सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत सोनीपत में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग ने एक विशेष प्रचार अभियान की शुरुआत की। उपायुक्त सुशील सारवान ने हरी झंडी दिखाकर प्रचार वैन को रवाना किया। इस अभियान में भजन और सांस्कृतिक पार्टियों के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
प्रचार अभियान का उद्देश्य
उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा, “विशेष प्रचार अभियान का उद्देश्य आमजन को केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना है, ताकि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंच सके।” उन्होंने इस अभियान को जनता और सरकार के बीच सेतु बताते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, रोजगार, सामाजिक न्याय, स्वच्छता, पोषण, और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर केंद्रित होगा।
भजन और सांस्कृतिक पार्टियों की भूमिका
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी (डीआईपीआरओ) राकेश गौतम ने बताया कि सरकार ने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने का संकल्प लिया है। इसके लिए भजन और सांस्कृतिक पार्टियों का गठन किया गया है। ये टीमें 2 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान के दौरान जिले के प्रत्येक गांव में गीतों, भजनों, और अन्य रचनात्मक तरीकों से योजनाओं की जानकारी देंगी। गौतम ने कहा, “यह अभियान ग्रामीण स्तर पर जागरूकता बढ़ाने और योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद करेगा।”
कार्यक्रम में उपस्थिति
कार्यक्रम में नगराधीश डॉ. अनमोल, जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के अधीक्षक नरेंद्र दहिया, लेखाकार सोनू कुहाड़, कलाकार राजीव, और भजन व सांस्कृतिक टीमों के सदस्य मौजूद रहे। प्रचार वैन के रवाना होने के दौरान उत्साहपूर्ण माहौल देखा गया।
सामाजिक प्रभाव
यह अभियान न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी को ग्रामीण क्षेत्रों तक ले जाएगा, बल्कि सांस्कृतिक और रचनात्मक तरीकों से लोगों को जोड़ेगा। भजन और सांस्कृतिक पार्टियों का उपयोग जनता के बीच योजनाओं को लोकप्रिय बनाने का एक अनूठा प्रयास है। यह पहल सामुदायिक जागरूकता और भागीदारी को बढ़ावा देगी।
निष्कर्ष
सोनीपत में शुरू हुआ यह विशेष प्रचार अभियान सेवा पखवाड़ा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भजन और सांस्कृतिक पार्टियों के माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रचार न केवल जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करेगा। उपायुक्त और डीआईपीआरओ की पहल ने इस अभियान को एक नई दिशा दी है।