सोनीपत, राजेश आहूजा (वेब वार्ता)। पुलिस आयुक्त ममता सिंह के नेतृत्व में सोनीपत में साइबर जागरूकता अभियान निरंतर जारी है। इसी कड़ी में मंगलवार को साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक बसंत कुमार ने अपनी टीम के साथ एक स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें लगभग 80 छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में साइबर अपराधों के नए तरीकों, बचाव के उपायों, और शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई। छात्राओं ने साइबर थाना टीम का आभार जताया और ऐसे अभियानों को नियमित आयोजित करने की मांग की।
साइबर अपराधों का बढ़ता खतरा: सतर्कता ही बचाव
निरीक्षक बसंत कुमार ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। बचाव का सबसे प्रभावी तरीका सतर्कता और जागरूकता है। उन्होंने बताया कि संचार साथी पोर्टल और टेलिकॉम पोर्टल के माध्यम से अपने नाम से जारी सिम कार्ड की जांच की जा सकती है। यदि कोई सिम जारी नहीं की गई है, तो इन पोर्टलों पर रिपोर्ट कर उसे बंद कराया जा सकता है।
कार्यक्रम में इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन वॉलेट, और UPI फ्रॉड से बचाव पर विशेष जोर दिया गया। निरीक्षक ने कहा कि यदि कोई साइबर ठगी हो जाए, तो तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं।
छात्राओं को दी गई प्रमुख जानकारी
निरीक्षक बसंत कुमार ने छात्राओं को साइबर अपराधों के प्रमुख प्रकारों पर विस्तृत जानकारी दी, जिनमें शामिल हैं:
- आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम फ्रॉड: आधार कार्ड से जुड़े अनधिकृत लेन-देन से सावधान रहें।
- फेसबुक और व्हाट्सएप हैकिंग: अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- क्यूआर कोड स्कैन फ्रॉड: संदिग्ध क्यूआर कोड स्कैन करने से बचें।
- फर्जी वेबसाइट: ऑनलाइन खरीदारी के लिए विश्वसनीय साइट्स का ही उपयोग करें।
- सोशल मीडिया हनी ट्रैप: अजनबी लोगों से दोस्ती या पैसे मांगने वालों से दूरी बनाएं।
उन्होंने सावधान रहने योग्य मुख्य बिंदुओं पर जोर दिया:
- अनजान कॉल्स, व्हाट्सएप वीडियो कॉल्स, और लिंक पर क्लिक न करें।
- गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से पहले सत्यापन करें।
- ऑनलाइन लोन देने वाले फर्जी ऐप्स से बचें।
- सोशल मीडिया पर अजनबी लोगों से सतर्क रहें।
कार्यक्रम का समापन: आभार और मांग
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं और विद्यालय प्रबंधन ने साइबर थाना टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रम किशोरावस्था के बच्चों के लिए बहुत उपयोगी हैं। विद्यालय प्रबंधन ने समय-समय पर ऐसे अभियान आयोजित करने की मांग की, ताकि छात्राएं साइबर दुनिया में सुरक्षित रह सकें।
पुलिस आयुक्त ममता सिंह ने इस अभियान को निरंतर जारी रखने के निर्देश दिए हैं, जो सोनीपत जिले में साइबर अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
निष्कर्ष: डिजिटल सुरक्षा की आवश्यकता
यह जागरूकता कार्यक्रम डिजिटल युग में साइबर अपराधों से बचाव की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। छात्राओं को मिली जानकारी उन्हें सुरक्षित रखने में मदद करेगी। पुलिस ने अपील की कि यदि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें।