Sunday, October 19, 2025
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हरियाणा में किशोरों के लिए सेमिनार: मनोवैज्ञानिक प्रेरणा से उजागर होगी मानवीय क्षमता

सोनीपत/जींद, रजनीकांत चौधरी (वेब वार्ता)। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्यस्तरीय परियोजना बाल सलाह, परामर्श व कल्याण केन्द्र के तहत आयोजित सेमिनार श्रृंखला के अंतर्गत जुलाना उपमंडल के गांव मालवी स्थित पीएमश्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आज एक विशेष सेमिनार आयोजित किया गया।
इसका विषय था – “मानव क्षमता को उजागर करना : सफलता प्राप्त करने में मनोवैज्ञानिक प्रेरणा की शक्ति”

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मंडलीय बाल कल्याण अधिकारी रोहतक एवं राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि मनोवैज्ञानिक प्रेरणा एक आंतरिक ऊर्जा है, जो व्यक्ति को उसके लक्ष्यों की ओर बढ़ने की दृढ़ता और निरंतरता प्रदान करती है। उन्होंने कहा –

“जो व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहता है, उसे अपनी अंदरूनी क्षमता पहचाननी होगी और निरंतर प्रयास, अच्छी आदतों का निर्माण, चुनौतियों को स्वीकारना और विकास की मानसिकता अपनाना आवश्यक है।”

आत्म-खोज और व्यक्तिगत विकास पर जोर

अनिल मलिक ने किशोर विद्यार्थियों को आत्म-खोज (Self-Discovery) के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि अपनी शक्तियों, कमजोरियों और मूल्यों को पहचानना जीवन में सही निर्णय लेने और सार्थक मार्ग अपनाने की कुंजी है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे हमेशा जिज्ञासु बने रहें, नए कौशल सीखें, और अनुकूलनशीलता (Adaptability) विकसित करें ताकि बदलते समय में प्रासंगिक बने रह सकें।

उन्होंने यह भी कहा कि –

  • असफलताओं को हार नहीं, बल्कि सीखने का अवसर समझें।

  • माता-पिता, शिक्षकों, और मार्गदर्शकों से सहायता लेने में हिचकिचाएं नहीं।

  • आत्म-चिंतन और आत्म-जागरूकता (Self-Awareness) व्यक्तिगत विकास की आधारशिला है।

मनोवैज्ञानिक परामर्श की आवश्यकता

कार्यक्रम में परामर्शदाता नीरज कुमार ने विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि अपने मित्रों के बारे में जानकारी परिवार से साझा करें और अपने अभिभावकों से खुलकर मन की बातें करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय की प्राचार्या अंजु गोयल ने कहा –

“भागदौड़ भरी जिंदगी में मनोवैज्ञानिक तौर-तरीकों से न केवल प्रेरणा जगाई जा सकती है, बल्कि बढ़ते तनाव को भी कम किया जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य के लिए परामर्श सेवाएं आज की आवश्यकता हैं।”

विशेष उपस्थिति

सेमिनार में आजीवन सदस्य नीरज कुमार, प्रवक्ता श्री भगवान शास्त्री, पवन शास्त्री, सुनील कुमार सहित कई शिक्षकों व विद्यार्थियों की विशेष उपस्थिति रही।

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