ग्वालियर, मुकेश शर्मा (वेब वार्ता)। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मालनपुर स्थित सूर्या रोशनी लिमिटेड के नए वायर और केबल्स प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सिंधिया ने प्लांट को आत्मनिर्भर भारत का जीवंत प्रतीक बताते हुए कहा कि यह ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन की शुरुआत है। प्लांट से 150 से अधिक युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
सिंधिया परिवार की दूरदृष्टि और सूर्या रोशनी की यात्रा
सिंधिया ने सूर्या रोशनी की यात्रा को दूरदृष्टि, परिश्रम, और समर्पण की प्रेरक गाथा बताया। उन्होंने कहा, “1983 में स्वर्गीय बी.डी. अग्रवाल ने गुणवत्ता और विश्वास का प्रतीक बनने का सपना देखा। 1992 में मेरे पूज्य पिताश्री महाराज श्रीमंत माधवराव सिंधिया के मार्गदर्शन से मालनपुर में इस लाइटिंग प्लांट की स्थापना हुई।” आज कंपनी के तीन प्लांट और 2,700 से अधिक कर्मचारी हैं, जो ‘लाभ’ के साथ ‘लोकहित’ को समान महत्व देते हैं।
आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल की मिसाल
सिंधिया ने प्लांट को वोकल फॉर लोकल की सच्ची भावना का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “यह प्लांट एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट, स्ट्रीट लाइट, और कैप जैसे उत्पाद बनाता है, जो पहले आयात होते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प का यह साकार रूप है। ट्यूबलाइट से शुरू हुआ सफर अब एलईडी उत्पादन का वटवृक्ष बन चुका है।”
प्लांट से ग्वालियर-चंबल संभाग के 150 युवाओं को रोजगार मिलेगा, स्थानीय उद्योगों को कच्चा माल, और मालनपुर को औद्योगिक नवाचार केंद्र का दर्जा मिलेगा। सिंधिया ने कहा, “यह प्लांट भारत में बनाते हैं, भारत के लिए बनाते हैं।”
सामाजिक उत्तरदायित्व और महिला सशक्तिकरण
सिंधिया ने क्षेत्र में स्व-सहायता समूहों और सिलाई केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का उल्लेख किया। पीसीबी प्लांट से 200 महिलाओं को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा, “यह परियोजना युवाओं और महिलाओं के लिए नए अवसर पैदा करेगी, जो निवेश, प्रौद्योगिकी, और सामाजिक प्रतिबद्धता का संगम है। सब मिलकर इस प्रगति को आगे बढ़ाएं।”
प्लांट का दौरा और श्रमिकों से संवाद
उद्घाटन के बाद सिंधिया ने प्लांट का दौरा किया। उन्होंने तार बनाने वाली मशीनों का निरीक्षण किया और श्रमिकों से संवाद कर आत्मनिर्भर भारत में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।
निष्कर्ष
सूर्या रोशनी का यह नया प्लांट आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति ने आयोजन को भव्यता प्रदान की। यह परियोजना ग्वालियर-चंबल को औद्योगिक हब बनाएगी।