नई दिल्ली (New Delhi) , 25 जुलाई (वेब वार्ता)। दिल्ली में झुग्गियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक तापमान चरम पर पहुंच चुका है। आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गरीब विरोधी कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
आतिशी ने दावा किया कि भाजपा सरकार अब शालीमार बाग के इंदिरा कैंप और रोहताश नगर के लालबाग इलाकों की झुग्गियों को गिराने की तैयारी में है। दोनों इलाकों में झुग्गियों को खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस चिपका दिया गया है, जिससे वहां के निवासी डर और तनाव में हैं।
“जहां झुग्गी, वहां मकान” से “जहां झुग्गी, वहां मैदान” तक
आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने वादों की याद दिलाते हुए कहा:
“चुनावों से पहले पीएम मोदी ने कहा था कि हर झुग्गीवाले को मकान मिलेगा। लेकिन अब सच्चाई ये है कि भाजपा झुग्गियों को हटाकर मैदान बना रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह चार इंजन वाली सरकार (BJP शासित केंद्र, MCD, LG और दिल्ली पुलिस) गरीबों के घरों पर लगातार बुलडोजर चला रही है।
पिछली कार्रवाइयों का हवाला
पिछले छह महीनों में दिल्ली के मद्रासी कैंप, भूमिहीन कैंप, वजीरपुर, जेलर वाला बाग, गोकुलपुर और मादीपुर में झुग्गियों को गिराया जा चुका है। अब इंदिरा कैंप और लालबाग भी उसी सूची में शामिल हो गए हैं।
🔗 DDA Demolition Guidelines (External Link)
Delhi इंदिरा कैंप में 35 साल से रह रहे लोग
आतिशी ने बताया कि इंदिरा कैंप में रहने वाले कई परिवार 1990 के दशक से बसे हुए हैं। उन्हें उस समय दिल्ली प्रशासन द्वारा टोकन और अलॉटमेंट कार्ड दिए गए थे। बावजूद इसके, अब उन्हें 15 दिन में घर खाली करने का आदेश मिला है।
वहीं, लालबाग, रोहताश नगर की झुग्गियों में भी 31 जुलाई को डिमोलिशन की तारीख तय कर दी गई है। वहां भी लोगों के पास सरकारी कागजात मौजूद हैं।
पूर्व विधायक वंदना कुमारी का बयान
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP नेता और शालीमार बाग की पूर्व विधायक वंदना कुमारी ने कहा:
“गुरुवार दोपहर 2 बजे अचानक नोटिस लगाया गया कि 15 दिन में झुग्गी खाली करें। अफरा-तफरी मच गई। लोग परेशान हैं कि वे अब कहां जाएंगे?”
उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
“मुख्यमंत्री बार-बार कहती हैं कि एक भी झुग्गी नहीं टूटेगी, लेकिन उन्हीं की विधानसभा में झुग्गी तोड़ी जा रही है।”
राजनीतिक विश्लेषण और सवाल
यह मुद्दा अब केवल प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, बल्कि राजनीतिक मोर्चे पर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच टकराव बन चुका है।
जहां एक ओर भाजपा डीडीए की कार्रवाई को कानूनी और नियोजित पुनर्विकास योजना बता रही है, वहीं आम आदमी पार्टी इसे मानवता के खिलाफ अन्यायपूर्ण कदम मान रही है।