बस्तर, (वेब वार्ता)। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शिक्षा प्रणाली में एक अनोखा और क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिला है। बकावंड विकासखंड के उलनार स्थित डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल ने इस नए शैक्षणिक सत्र में यू-शेप क्लासरूम मॉडल को अपनाया है, जिसका उद्देश्य है – कक्षा में सभी छात्रों को समान महत्व और सीखने का अवसर देना।
🎯 ‘बैक बेंचर’ की धारणा खत्म
देशभर के स्कूलों में आज भी यह आम प्रथा है कि मेधावी छात्र आगे की सीटों पर बैठते हैं, जबकि कमजोर या शरारती बच्चों को पीछे बैठा दिया जाता है। यह स्थिति बच्चों के आत्मविश्वास, सहभागिता और मनोबल को गहराई से प्रभावित करती है।
उलनार स्कूल ने इस सोच को चुनौती देते हुए यू-शेप (U-Shape) क्लासरूम की व्यवस्था शुरू की है, जिसमें कोई भी छात्र “पीछे” नहीं बैठता। सभी छात्र शिक्षक के सामने या बगल में बराबरी से बैठते हैं, जिससे कोई छात्र उपेक्षित महसूस नहीं करता।
🧠 क्या है यू-शेप क्लासरूम मॉडल?
इस प्रणाली में कक्षा की टेबल और बेंच को यू-आकार (U-Shape) में सजाया जाता है, जिसमें छात्र तीन दिशाओं से बैठते हैं और शिक्षक कक्षा के केंद्र में या सामने उपस्थित रहते हैं। इससे:
सभी छात्रों पर शिक्षक की सीधी नजर बनी रहती है
छात्रों को प्रश्न पूछने और संवाद में भाग लेने में आसानी होती है
कक्षा का सामाजिक और शिक्षण वातावरण अधिक समावेशी और सहभागितापूर्ण बनता है
🌐 एंगेज 360 मॉडल की सोच से प्रेरित
स्कूल के प्राचार्य मनोज शंकर के मार्गदर्शन में अपनाए गए इस नवाचार की जड़ें “एंगेज 360 मॉडल” में हैं। यह एक समग्र शैक्षणिक दृष्टिकोण है, जिसमें छात्रों के:
सामाजिक और भावनात्मक कल्याण
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
शैक्षणिक आवश्यकताओं और सीखने की शैली
को ध्यान में रखते हुए शिक्षा प्रणाली को डिज़ाइन किया गया है।
💬 स्कूल प्रबंधन की प्रतिक्रिया
स्कूल प्रबंधन का मानना है कि यह व्यवस्था:
छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी
भेदभाव को खत्म करेगी
हर छात्र को शिक्षण प्रक्रिया में समान रूप से शामिल होने का अवसर देगी
अब कोई भी छात्र “बैक बेंचर” नहीं कहलाएगा और शिक्षा में सहभागिता का नया अध्याय शुरू होगा।