कुशीनगर, (ममता तिवारी)। शांति भंग के आरोप में पाबंद दो आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी कर जेल भेजने का निर्देश देने के दो घंटे बाद वारंट निरस्त कर आरोपियों की जमानत मंजूर कर रिहा करने को लेकर एसडीएम के खिलाफ कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में विरोध करने वालों के समर्थन में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इन लोगों ने एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके कार्यालय के सामने हंगामा खड़ा कर दिया। एसडीएम के निर्देश पर पहुंची तीन थानों की पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
बुधवार की देर शाम एसडीएम न्यायालय में शांति भंग के चार आरोपियों की जमानत के लिए पत्रावली प्रस्तुत हुई। जमानत देने के क्रम में एसडीएम ने दो लोगों की जमानत मंजूर कर लिया। दो के खिलाफ वारंट जारी कर जेल भेजने का निर्देश अधीनस्थ को दिया। एसडीएम के निर्देश पर वारंट जारी कर जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही थी कि अचानक एसडीएम ने वारंट निरस्त कर इन दोनों की जमानत भी मंजूर कर उन्हें रिहा करने का आदेश दिया। जिसकी जानकारी दूसरे पक्ष को होते ही मौके पर मौजूद लोगों ने विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया। मौके पर रिहाई का विरोध कर रहे लोगों के समर्थन में पहुंची भीड़ एसडीएम कार्यालय के सामने हंगामा करने लगी। मामला बढ़ता देख एसडीएम ने सीओ से वार्ता की और तमकुहीराज, पटहेरवा व सेवरही पुलिस को भारी पुलिस बल के साथ तहसील मुख्यालय पहुंचने का निर्देश दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। घटना को लेकर काफी देर तक मौके पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। इस संबंध में एसडीएम विकास चंद्र ने बताया कि मामला शांत हो गया है।