“अयोध्या के मेयर सीट पर लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर बीजेपी से प्रत्याशी महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने 36,000 वोटों से जीत हासिल की है”
अयोध्या(वेब वार्ता)- उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के नतीजे अब सामने आने लगे हैं। अधिकतर जगहों पर भारतीय जनता पार्टी ने परचम लहराया है। जबकि कई जगहों पर समाजवादी पार्टी ने अपना खाता भी खोला है। वहीं ऐसा लग राह है कि राम नगरी अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी पर प्रभु श्री राम ने अपना पूरा आशीर्वाद दे दिया है। अयोध्या के मेयर सीट पर लगातार दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने 36,000 वोटों से जीत हासिल की है।
दरअसल, साल 2017 में अयोध्या नगर निगम की स्थापना हुई। जिसके बाद नगर निगम के पहले महापौर भाजपा के ऋषिकेश उपाध्याय बने, लेकिन दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी पर भगवान राम की कृपा ऐसी रही कि अयोध्या का नेतृत्व करने वाला एक पीठ का महंत बना। आज हम आपको उन्हीं गिरीश पति त्रिपाठी के बारे में बताएंगे।
कौन हैं महंत गिरीश पति त्रिपाठी
एक बार फिर अयोध्या नगर निगम की दूसरी बार मेयर पद की सीट बीजेपी के खाते में डालने वाले गिरीश पति त्रिपाठी को अयोध्या की जनता ने रिकॉर्ड मतों से जीता कर उन्हें अयोध्या का महापौर चुना है। दरअसल, भगवान राम की नगरी की सिद्ध पीठ तीन कलश मंदिर वशिष्ठ भवन के महंत हैं।
शिक्षित व मधुर सरल स्वभावी
गिरीश पति त्रिपाठी शिक्षित संपन्न और सरल स्वभाव के धनी गिरीश त्रिपाठी के साथ अयोध्या के संत महंत और मठ मंदिर के अलावा दूसरे समाज के लोग भी जुड़े हुए हैं। शायद यही वजह है कि 36000 वोट से जीतने वाले तीन कलश मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी को अयोध्या की जनता ने रिकॉर्ड मतों से विजयी घोषित कर दिया है। हालांकि तीन कलश मंदिर भगवान राम के कुलगुरू गुरु वशिष्ट की पीठ है। धार्मिक मान्यताओं पर वशिष्ठ पीठ का विशेष महत्व है।