सुल्तानपुर(वेबवार्ता)- एस के प्रेसीडेंसी ओदरा सुल्तानपुर में आज बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के उद्देश्य से शैक्षिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया| इसमें प्ले ग्रुप से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों ने अपने-अपने मॉडल चार्ट आदि को प्रदर्शित करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया|
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्यामस्वरूप मनावत (प्रख्यात कथाकार, उज्जैन), सुमंत पाण्डेय (प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर, सुल्तानपुर), डॉ. यशपाल कोरी, राजेंद्र द्विवेदी और शेष मणि मिश्र (प्रधानाचार्य एस के प्रेसीडेंसी) आदि ने माँ शारदा के प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित और पुष्पार्चन करके किया| प्रदर्शनी का प्रारंभ साहित्य से प्रारंभ होकर विज्ञानं पर समाप्त हुआ| हिंदी साहित्य में- भगवान के डाकिये, शाम-एक किसान, साथी हाथ बढ़ाना, कबीर और रहीम के दोहे, प्रकृति का संदेश आदि चार्टों द्वारा लोगों ने बच्चों से जानकारियां प्राप्त की| संस्कृत साहित्य में आदिकवि वाल्मीकि का चार्ट आकर्षण का केंद्र रहा| अंग्रेजी साहित्य में- टी फ्रॉम आसाम, द स्कूल बॉय, द हैप्पी प्रिंस, द शहनाई ऑफ़ बिस्मिल्लाखान और ए डिफरेंट काइंड ऑफ़ स्कूल ने लोगों को आकर्षित किया| अभिभावकों एवं आगंतुको ने बच्चों से चार्ट और मॉडल विषयक जानकारी प्राप्त की| सामाजिक विज्ञान में- वालकेनो, मॉडल ऑफ़ पालमपुर विलेज, पार्ट ऑफ़ अर्थ, मॉडल ऑफ़ सोलर सिस्टम, स्टेट्स एंड कैपिटल्स और सुभाषचन्द्र बोस पर चार्ट बनाकर विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई| विज्ञान का आकर्षण का केंद्र- रीवर क्लीनिंग बोट, हयसा नामक रोबोट, फोटो स्कोप, टार्निडो अलार्म, ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, हाइड्रोलिक ब्रिज आदि रहे| इसके अतिरिक्त अन्य विषयों जैसे- कंप्यूटर, फिजिकल एजुकेशन, इकोनॉमिक्स, कॉमर्स आदि के विद्यार्थियों ने अपने मॉडल व चार्ट प्रदर्शित करके लोगों के मन में आधुनिक शिक्षा के प्रति जिज्ञासा बढाई| विज्ञान प्रदर्शनी के मॉडलों एवं चार्टों का मूल्यांकन डॉ. यशपाल कोरी और राजेंद्र द्विवेदी जी ने किया|
मुख्य अतिथि श्यामस्वरूप जी ने कहा की ऐसी प्रदर्शनी अभिभावकों एवं छात्रों को शिक्षा में ^^करके के सीखने^^ के प्रति जिज्ञासा बढ़ाती है, उनके सहयोगी के पी यादव जी ने बच्चों का मार्गदर्शन किया और उनके द्वारा किये कार्यो की सराहना की| विद्यालय के प्रधानाचार्य शेष मणि मिश्र ने मुख्य अतिथि, अभिभावकों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि- आपकी जागरूकता ही हमारे लिए सहयोग की पूंजी है|