लखनऊ। यूपी विधानमंडल बजट सत्र के छठवें दिन विपक्ष के सवालों का करारा जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव की भी चुटकी ली। रामचरित मानस की चौपाइयों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘भय बिन न होत प्रीत’। भय से ही सही काकाजी को सम्मान तो मिला। शिवपाल जी को देखता हूं तो महाभारत का दृश्य याद आने लगता है। बार-बार अपमानित होते है। इनके संघर्ष और अनुभवकों का फायदा सपा को नहीं मिलता। हम उनका सम्मान करते हैं, वरिष्ठ सदस्य हैं। अनुभवी व्यक्ति बार-बार छले जा रहे हैं। वो सम-विषम में फंसे रहते हैं।
सीएम ने अखिलेश यादव की ओर इंगित करते हुए कहा, ‘देखो, ज्यादा अपमानित करना भी नहीं चाहिए।’ शनिवार को विधानसभा में सीएम योगी पूरे रौ में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैं आपको एक चौपाई सुनाता हूं। विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब, भय बिनु होई न प्रीत। इधर के भय से ही सही, कम से कम सपा में काकाश्री को सम्मान मिलना प्रारंभ हो गया। उन्होंने कहा, ‘शिवपाल जी आपको देखता हूं तो महाभारत याद आता है। आप जैसा अनुभवी व्यक्ति बार-बार छला जाता है। बार-बार अपमानित होता है। आपके अनुभवों का लाभ सपा को नहीं लेने आता।’ योगी ने कहा कि हम शिवपाल जी का सम्मान करते हैं, उनको ये सम्मान मिलना भी चाहिए।
सुरक्षा की मांग पर बोले सीएम
सीएम योगी जब शिवपाल पर बोल रहे थे उसी समय अखिलेश यादव ने उनकी (शिवपाल) की सुरक्षा हटाए जाने पर सवाल कर दिया। इस पर सीएम योगी ने कहा, ‘सुरक्षा उनको दी जानी चाहिए। आपने सिफारिश कर दी है। जरूर मिलनी चाहिए और चाचा को भी अपने स्वाभिमान को बनाए रखना चाहिए।’
माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा
इसके पहले प्रयागराज शूटआउट पर उन्होंने सख्त संदेश दिया। सीएम योगी ने अखिलेश के सवालों का करारा जवाब देते हुए सपा माफियाओं के संरक्षण का आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा माफियाओं को संरक्षण देने का काम किया। प्रयागराज की घटना के लिए जिम्मेदार माफिया को भी सपा ने विधायक और सांसद बनाने का काम किया था। अपराध इनकी रग-रग में बसा है।