कुशीनगर, (वेब वार्ता)। हाटा तहसील क्षेत्र में बिना पंजीकरण संचालित होने वाले अस्पतालों की भरमार है। स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार सब कुछ जानने के बाद भी अनजान बने हुए हैं। इन अवैध अस्पतालों में आये दिन लोगों की जिंदगियां भी जा रहीं हैं। बावजूद इसके विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। विभाग की तरफ से अभियान चलाकर कार्रवाई किए जाने का दावा किया जाता है, जो हाटा तहसील क्षेत्र में फेल होता नजर आ रहा है। जब किसी अस्पताल में प्रसूता अथवा किसी मरीज की मौत होती है तो विभाग नींद से उठता है। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों में नाराजगी व्याप्त है।
बीते साल 21 नवंबर को हाटा नगर स्थित एक अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने बिना पंजीकृत पाए जाने के बाद सील कर दिया था। कुछ महीने पूर्व में हाटा नगर के पिपराइच रोड स्थित एक नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा के इलाज में लापरवाही किए जाने की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इसके अलावा सुकरौली, अहिरौली समेत अन्य जगहों पर भी अवैध नर्सिंग होम में मरीज की मौत व लापरवाही को लेकर परिजनों द्वारा किए गए हंगामे के बाद भी मामले को जिम्मेदारों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसी तरह नगर के पिपराइच मोड़ पर स्थित एक नर्सिंग होम पर सरकारी एम्बुलेंस से एक मरीज को ले जाए जाने की भी शिकायत अफसरों से लोगों ने की थी। मगर इस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इन अवैध नर्सिंग होम के आगे एमबीबीएस डॉक्टर का बोर्ड तो लगा है, लेकिन उपचार झोलाछाप डॉक्टर करते हैं। इन अस्पतालों में मानक का भी ख्याल नहीं रखा गया है। साफ-सफाई, प्रदूषण व अग्निशमन से लेकर अन्य जरूरी संसाधनों का भी इंतजाम नहीं है।
इस संबंध में सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई करता है। हाटा तहसील क्षेत्र में कई अवैध अस्पतालों को सील कर संचालकों के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराई गई है। अगर दोबारा इस तरह की स्थिति है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।