-समाजसेवी ने 150 स्कूली बच्चों में पानी की बोतल, मोजा, टाई और बेल्ट का किया वितरण
-प्राथमिक विद्यालय पयागपुर सामुदायिक विकास को लेकर रखता है अलग पहचान
भदोही, 22 सितंबर (प्रभुनाथ शुक्ल)। विद्यालय और विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास के लिए समाज को आगे आना चाहिए। ऐसी सामाजिक गतिविधियों से हम बच्चों की सोच बदल सकते हैं और उन्हें शिक्षा के प्रति उन्मुख कर सकते हैं। जब आने वाली पीढ़ी शिक्षित होगी तो हमारे समाज की नींव बेहद मजबूत और सुदृढ़ होगी।
अभोली विकासखंड के पयागपुर प्राथमिक विद्यालय में शनिवार एक कार्यक्रम के दौरान गांव के निवासी एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी संजीव पांडेय ने यह बात स्कूली बच्चों के बीच कही। संजीव पांडेय की तरफ से 150 स्कूली छात्र-छात्राओं को पानी की बोतल, टाई, बेल्ट और मोजे का वितरण किया गया। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि समाज का जो संपन्न वर्ग है शैक्षणिक विकास के लिए उसे अपना योगदान देना चाहिए। यह हमारी नैतिक सामाजिक जिम्मेदारी भी बनती है।
संजीव पांडेय ने कहा कि राज्य की योगी सरकार शिक्षा के उन्नयन और विकास के लिए बेहतर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के कार्यकाल में स्कूलों को आधुनिक और मॉडर्न बनाया गया है। सरकार भी समाज के प्रबुद्ध और संपन्न लोगों से अपील करती है कि वह अपना योगदान ऐसी स्कूलों में दें। अगर आप सामाजिक और आर्थिक रूप से संपन्न है तो ऐसे स्कूलों को गोद लेकर शैक्षणिक विकास में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। इससे जहां गाँव के स्कूलों का विकास होगा वहीं शैक्षणिक विकास में आपकी भूमिका अहम होगी।
इस दौरान पयागपुर विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ अनुनेश त्रिपाठी ने उपस्थित लोगों से कहा कि योगी सरकार ने शिक्षा के विकास में अहम भूमिका निभाई है। लेकिन हमारा सामाजिक दायित्व भी बनता है कि स्कूलों में अपना सहयोग दें। हम समाजसेवी संजीव पांडेय के आभारी है कि उन्होंने स्कूल को स्मार्ट बनाने में अपनी भूमिका निभाई है पूर्व में उनकी तरफ से काफी सहयोग मिला। विद्यालय में कई काम कराएं हैं।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनुनेश त्रिपाठी ने सामुदायिक सहयोग से कई विकास कार्य कराए हैं। भदोही और प्रयागराज जनपद की सीमा में स्थित पयागपुर विद्यालय सामुदायिक सहयोग और विकास के लिए अपनी अलग पहचान रखता है। शिक्षा विभाग के 19 बिंदुओं को संतृप्त करने में त्रिपाठी के प्रयासों की अहम भूमिका है। ग्राम प्रधान सुरेश पांडेय और सुरेश मौर्य के साथ शिक्षक कमलेश पांडेय, मोरारजी पांडेय, संदीप मिश्र, आलमवीर ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान दीपक सोनकर, राकेश यादव रविकांत, सत्येंद्र पटेल और दूसरे लोग उपस्थित रहे।