-बादलों की गड़गड़ाहट से गूंजा शहर, गाज गिरने के डर से दहशत में रहे लोग
-आलोक चतुर्वेदी
ललितपुर। मानसून से पहले नालों की सफाई के दावे शनिवार को पूरी तरह से फेल हो गए। करीब डेढ घंटे की बारिश से शहर में ऐसी कोई सड़क नहीं बची जिस पर पानी न भरा हो। तालाबपुरा मार्ग पर करीब दो फिट पानी भरने से लोगों का निकलना दूभर हो गया। वहीं रेलवे रोड पर भरा पानी पुस्तक विक्रेता सहित कई दुकानों में घुस गया जिससे दुकानदारों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। बारिश के दौरान बादलों की तेज गडगड़ाहट से लोग गाज गिरने की आशंका से दहशत में रहे।
जिले में शनिवार को झमाझम बारिश से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर जलभराव हो गया। बार प्रतिनिधि के अनुसार करीब तीन घंटे हुई तेज बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। उधर, महरौनी, मड़ावरा और तालबेहट तहसील क्षेत्र में भी बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली लेकिन सड़क पर भरे पानी से निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर में दोपहर करीब 1:15 बजे से शुरू हुई बारिश का पानी नई बस्ती, तुवन विहार कॉलोनी, सुपर मार्केट, चर्च से जिला अस्पताल मार्ग, पुरानी तहसील मार्ग सहित कई मोहल्लों में नालियां चोक होने से काफी देर तक भरा रहा। वहीं रेलवे रोड पर भरा पानी दुकानों में घुस गया जिससे कई दुकानदारों का काफी समान खराब हो गया।
बारिश में गिरा खपरैल मकान, बाल-बाल बचा परिवार
कस्बा के सानियन मोहल्ला किले के मैदान के पास में रहने वाले जयकिशोर श्रीवास्तव के एक खपरैल मकान की अटारी बरसात के समय में बादलों की जोरदार गर्जना के चलते टूट गई जिससे अटारी का छप्पर घर में रखे गृहस्थी के सामान पर गिर गया। गृहस्वामी के अनुसार कम से कम 30 हजार रुपये का नुकसान हुआ जिसमें दो क्विंटल गेहूं व तीन बोरी सरसों जो उक्त घर में रखा था बारिश के पानी में भीग गया साथ ही घर में रखा अन्य सामान भी पानी में भीग गया। पीड़ित ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।