-हत्या में तब्दील हुआ गुमशुदगी का केस, खाली हाथ पुलिस
कसया, (वेब वार्ता)। घर से लापता बालक की मिली लाश के मामले में गुमशुदगी का केस हत्या में तब्दील हो गया है। जांच में जुटी पुलिस दो बार गांव में पहुंच चुकी है। परिवार के सदस्यों से मिलकर बातचीत भी की, लेकिन अब तक कोई भी ऐसा साक्ष्य हाथ नहीं लगा, जिससे पुलिस घटना के करीब पहुंच सके।
थाना क्षेत्र के मैनपुर गांव के शिवपट्टी टोला निवासी ललित त्रिपाठी का 12 वर्षीय बेटा रमन मंगलवार की शाम को घर से लापता हो गया। बुधवार को दोपहर बाद उसकी लाश गांव के एक नाले में मिली। पुलिस ने इस मामले में गुमशुदगी दर्ज की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने से मौत होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने इसमें हत्या की धारा बढ़ाकर मामले की तफ्तीश तेज कर दी है।
इंस्पेक्टर और कई दरोगा गांव में कई बार गए। घरवालों और पड़ोसियों से बातचीत कर घटना से जुड़े बिंदुओं पर जानकारी ली, लेकिन गांववालों की पुलिस के सामने अब तक चुप्पी नहीं टूटी है। इस वजह से चार दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
वहीं, पीड़ित परिवार पुलिस पर घटना के पर्दाफाश में रुचि न लेने का आरोप लगा रहा है। जिस दिन नाले में लाश मिली थी, उसी दिन से पुलिस सुस्त दिख रही है। सूत्रों की मानें तो गांव से ही रमन की हत्या के तार जुड़े हैं। पुलिस सर्विलांस की मदद से हत्या का खुलासा करने में जुटी है।
कसयाके सीओ कुंदन सिंह ने बताया कि हत्या की धारा बढ़ा दी गई है। घरवालों और पड़ोसियों से पुलिस उनके घर पहुंचकर पूछताछ कर कुछ जानकारी हासिल की है। अभी कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिल पाया है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।